आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग पर इंडियन ओवरसीज बैंक के अंदर सरेशाम 57 लाख रुपये की डकैती की वारदात ने पूरे जिले को हिला के रख दिया है। घटना के बाद इस मामले में शासन से जिला रेंज और जोन के पुलिस अधिकारियों से भी जवाब तलब किया गया है। यही वजह है कि पुलिस के आला अफसर पूरी रणनीति अख्तियार कर के घटना के खुलासे के लिए लगे हैं। इस घटना के खुलासे के लिए एसपी सिटी आगरा नेतृत्व में धुरंधर इंस्पेक्टरों की टीम लगाई गई है। आपको बताते हैं कि इस मामले में कौन-कौन से धुरंधर इंस्पेक्टर कार्य कर रहे हैं।
बैंक डकैती घटना के खुलासे के लिए एसओजी, सर्विलांस और सिविल पुलिस की टीमें लगाई गई है। एसपी सिटी आगरा के मुताबिक घटना के खुलासे के लिए अब तक आठ टीमें लगाई जा चुकी हैं। घटना के खुलासे के लिए जिन धुरंधर इंस्पेक्टरों के कंधे पर जिम्मा सौंपा गया है उसमें इंस्पेक्टर हरीपर्वत अजय कौशल, पूर्व इंस्पेक्टर सदर और क्राइम ब्रांच प्रभारी कमलेश सिंह, इंस्पेक्टर सिकंदरा अरविंद कुमार, इंस्पेक्टर बरहन कुलदीप दीक्षित, एसएसपी के सर्विलांस प्रभारी प्रशांत कुमार और एसओजी की टीम कार्य कर रही हैं।

घटना के खुलासे में लगी पुलिस टीम ने बैंक के अंदर सीसीटीवी का डीवीआर, बैंक के पड़ोसी डॉक्टर की दुकान का सीसीटीवी का डीवीआर, रोहता नहर पर लगे दुकान के सीसीटीवी का डीवीआर सहित आधा दर्जन डीवीआर और कब्जे में लिए हैं जिनसे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के कई मोबाइलों को सर्विलांस पर नेटवर्किंग के लिए लगा दिया है।
इंडियन ओवरसीज बैंक के अंदर परेशान 57 लाख रुपए की डकैती के मामले में खुलासे के लिए लगी पुलिस टीम गहनता से कार्य कर रही हैं। सभी टीमों की मॉनिटरिंग जिले के बड़े आईपीएस अफसर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बैंक के अंदर डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश सदर से मलपुरा, रोहता नहर पंचगई खेड़ा होते हुए फरार हुए हैं और यह रास्ता इरादत नगर शमशाबाद होते हुए राजस्थान के राजाखेड़ा को जाता है। इसलिए पुलिस राजस्थान के बदमाशों पर भी कार्य कर रही है। घटना के खुलासे में लगी पुलिस टीम कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है। कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।