फिरोजाबाद। लॉकडाउन के बीच बीएसएफ जवान का शव जैसे ही उसके पैतृक गांव थाना जसराना के टिकतपुर पहुँचा, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई तो परिवार में कोहराम मच गया। अपने पति का शव देखकर पत्नी की चीखें निकल गयी तो बच्चों का भी बुरा हाल था। परिजनों ने बमुश्किल मृतक जवान की पत्नी व बच्चों को संभाला। जवान के शव के घर पहुँचने की सूचना पर सांसद चंद्रसेन जादौन, विधायक जसराना रामगोपाल, सीओ सहित थाना प्रभारी मौके पर पहुँच गए। मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों, बीएसएफ अधिकारियों व क्षेत्रीय लोगों ने नम आँखों से जवान को श्रद्धांजलि दी और फिर भारत माता के जयकारे लगाते हुए जवान के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया जहाँ शहीद के पुत्र ने मुखाग्नि दी।
बताया जाता है कि जैसलमेर श्रीगंगानगर व पाकिस्तान बार्डर के पास बनी रेणुका चौकी पर थाना जसराना के गांव टीकतपुरा के निवासी रविंद्र सिंह चौहान पुत्र शिव सिंह सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। इनका हवलदार शिव चन्द्र राम से विवाद होने पर शिव चंद्र ने इन्हें गोली मारकर खुद को भी गोली मार आत्महत्या कर ली थी, इस घटना में दोनों की मौत हो गयी थी।
परिजनों ने बताया कि रविन्द्र बड़े ही सुलझे व्यक्ति थे। 1984 में वो बीएसएफ की 125 वी बटालियन में भर्ती हुए थे। इनकी दो बेटियां हैं नेहा और शोभा, दोनों की शादी हो गयी। एक बेटा 12 वर्षीय अनमोल है जो कि कक्षा आठवीं का छात्र है। इस घटना के बाद से पूरा परिवार टूट गया है तो पत्नी बेसुध है।
बीएसएफ जवान के पार्थिव शरीर के साथ आये बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि ड्यूटी को लेकर इनका अधीनस्थ हेड कॉन्स्टेबल से विवाद हो गया था जिसमें हेड कांस्टेबल ने अपनी बंदूक से रविन्द्र को गोली मार दी थी और खुद ने भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। आज इनके पार्थिव शरीर को इनके पैतृक गांव लाया गया है और अंतिम संस्कार किया गया है।