फ़िरोज़ाबाद। सोशल मीडिया पर कांग्रेस कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का एक पत्र वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा कांग्रेस महासचिव के इस पत्र में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान हुए उपद्रव में मारे गए लोगों के परिजनों को सहानभूति व मदद करने का भरोसा दिलाया गया है।
इस पत्र में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा है कि आप अपने आप को कतई अकेला न समझें….अपनों का खोना क्या होता है, मैं दिल की गहराईयों से समझती हूं। आपके साथ जो हुआ, उसकी कोई भरपाई तो नहीं की जा सकती है। ऐसे मौके पर एक दूसरे का हाथ थामने से मन को तसल्ली मिलती है। आप कतई अपने आप को अकेला न समझें। हौंसला न खोएं। हम आपके साथ है। हमें आगे बढऩा है और इंसाफ की मांग को मजबूत करना है। इंसान को बांटने वाली ताकतें मुल्क को कमजोर कर रहीं है। हमें अपने प्यारे मुल्क और संविधान को बचाने के लिए लडऩा है। जब भी और जहां भी हमारी जरुरत हो आवाज देने में हिचक न करें…. आपकी साथी प्रियंका गांधी वाड्रा।
बताया जाता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पत्र फिरोजाबाद उपद्रव में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए था। पीड़ित परिवार के परिजनों तक पार्टी महासचिव का संदेश पहुँचाने और संवेदनाए व्यक्त करने एक लिए गुपचुप तरीके सेे सांसद राशिद अल्वी और पीएल पुनिया स्थानीय नेता के साथ पीडित परिवारों के बीच पहुंचे। उन्होंने परिवार के लोगों को प्रियंका का पत्र सौंपा था। इसके साथ ही पीडितों के आंसू पोंछते हुए मदद का भरोसा दिलाया। दौरे को इस कदर गोपनीय रखा गया कि जिला कांग्रेस कमेटी को भी भनक नहीं लगने दी गई।
बताया जाता है कि 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव और हिंसा हुई थी और तभी से फिरोजाबाद की सियासत गरम है।