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एत्मादपुर पॉस्को एक्ट मामले में न्याय दिलाने वाले अधिवक्ताओं का हुआ सम्मान

by admin

आगरा। आज बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। हर रोज बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही हैं। घरों में भी बेटियों की आबरू लूटी जा रही है। सजा न मिल पाने के कारण दरिंदों के हौंसले बुलंद हैं। ऐसे में पाॅक्सो कोर्ट के शासकीय अधिवक्ताओं की ठोस पैरवी के चलते बेटी से दुष्कर्म कर हत्या किए जाने पर आरोपी पिता को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई। यह उ0प्र0 में पहला मामला है। शासकीय अधिवक्ताओं द्वारा ठोस पैरवी किए जाने पर चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट एवं महफूज सुरक्षित बचपन के समन्वयक नरेश पारस ने न्यायालय पहुंचकर अभियोन टीम के जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) बसंत कुमार गुप्ता, सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सुभाष गिरी एवं मधु शर्मा को बुके देकर सम्मानित किया।

24 नवंबर 2017 को एत्मादपुर में एक पिता ने अपनी ही सात वर्षीय बेटी के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी। गुरूवार को पाॅक्सो कोर्ट ने आरोपी को मौत की सजा सुनाई। बेटी से दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने वाले को मौत की सजा सुनाए जाने से बेटियों को मिलने वाले न्याय की उम्मीद जगी है। पाक्सो कोर्ट में पहुंचकर नरेश पारस ने अभियोजन टीम के सहायक शासकीय अधिवक्ता सुभाष गिरी एवं मधु शर्मा के प्रयासों की सरहाना की। इसके बाद जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी बसंत कुमार गुप्ता के चैम्बर में गए जहां पूरी अभियोजन की टीम को बुलाकर बुके देकर सम्मानित किया।

अभियोजन टीम ने कहा कि बेटियों के साथ शोषण करने वालों का सजा दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी। जल्द ही अन्य मामलों में आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी। नरेश पारस ने कहा कि अच्छा काम करने वालों का सम्मान जरूरी है। इससे ऊर्जा का संचार होता है। इस फैसले से बालिकाओं के साथ होने वाली रेप की घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा। ऐसे लोग समाज के लिए अभिशाप हैं। नरेश पारस के साथ नितिन शुक्ला और पवन गोयल ने भी टीम का सम्मान किया।

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