आगरा। दयालबाग इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन के छात्र संपन्न सक्सेना ने छात्र संपन्न सक्सेना ने विश्व की सबसे बड़ी घड़ी बनाई है और अपना नाम तो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने के लिए बेकरार है। छात्र ने द टंग रेस्टोरेंट B-85, ट्रांस यमुना कॉलोनी फिरोजाबाद रोड पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस अविष्कार की जानकारी दी। छात्र सम्पन्न सक्सेना ने बताया कि यह विश्व की सबसे बड़ी घड़ी है जो 5 फुट 7 इंच व्यास की है। इससे पहले 4 फुट 9 इंच की घड़ी लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है। उम्मीद है कि उनका यह रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होगा।
सम्पन्न सक्सेना ने बताया कि इस घड़ी में खासियत यह है कि यह 15 मिनट में खोलकर कहीं भी ले जा सकते हैं। इस घड़ी के निर्माण में मुझे कड़ी मेहनत करने पर 45 दिन लग गए। यह घड़ी अपने आप में भारत देश की एक अनूठी मिसाल है।
अपने पुत्र की इस उपलब्धि पर पिता सुनील सक्सेना काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि वर्षो पहले उन्होंने भी एक घड़ी के माध्यम से रिकॉर्ड बनाया था और आज उनका पुत्र भी उनके पदचिन्हों पर चल रहा है। सम्पन्न ने एक नार्मल घड़ी की मशीन से इस कार्य को अंजाम दिया है। इसकी बड़ी सुई 35 इंच लंबी और छोटी सुई 25 इंच लंबी है।
समाज सेवी मनोज अग्रवाल का कहना था कि युवा वर्ग की सोच बदल रही है और इसी के कारण भारत भी विश्व में अपना नाम कर रहा है। आज सम्पन्न ने विश्व की सबसे बड़ी घड़ी को बनाया है। इसे आसानी से रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड और सरकारी कार्यलय के बाहर लगाया जा सकता है।