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अटल जी के पैतृक गांव को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने को राजा-रानी ने किया ये प्रयास

by pawan sharma

आगरा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गांव बटेश्वर को संवारने और उसे धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने के लिए बाह विधायक रानी पक्षालिका सिंह और पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने प्रयास तेज कर दिए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपई की निधन के बाद राज्य सरकार ने उनके पैतृक गांव को विकसित करने के लिए 25 करोड़ भी स्वीकृत कर दिए हैं। बटेश्वर को पर्यटन की दृष्टी से विकसित करने के लिए जिलाधिकारी सहित पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने विधायक पक्षालिका सिंह और पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह के साथ बटेश्वर का दौरा किया।

विधायक रानी पक्षालिका सिंह ने बताया कि बटेश्वर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक घर को विकसित किया जाएगा और उनके नाम पर अटल म्यूज़ियम भी बनाया जाएगा जिसके लिए पूर्व मंत्री महेंद्र अरिदमन सिंह ने भदावर राजपरिवार के बटेश्वर किले में ही अटल म्यूजियम के लिए जमीन देने की घोषणा कर दी है।

बाह विधायक ने बताया कि बटेश्वर पवित्र तीर्थ स्थल है। यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक स्थान है। बटेश्वर में यमुना नदी के किनारे शिव मंदिरों की श्रृंखला है। पास में ही शौरीपुर में जैन धर्मावलंबियों का तीर्थस्थल भी है। बटेश्वर राजस्थान के पुष्कर की तरह धर्म पर्यटन नगरी बनने योग्य है। इसलिए बटेश्वर को भी पुष्कर की तर्ज पर तैयार करने की योजना है।

बटेश्वर के विकास के लिए ही वहां से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे निकाला जा रहा है। ऐसे में धर्म पर्यटन नगरी के साथ ही बाह-बटेश्वर में उद्योग भी लगाए जा सकेंगे। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और बटेश्वर विश्व पटल पर पहचान बनाएगा।

विधायक पक्षालिका सिंह ने बताया कि सरकार से जारी हुए बजट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निवास स्थान का निर्माण दोबारा कराया जाएगा। यहां फोटो गैलरी के साथ ही उनकी कविताएं और पुस्तकों का संकलन भी इकट्ठा करके म्यूजियम बनाया जाएगा। अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली के पास की यज्ञशाला का जीर्णोद्धार भी किया जाएगा। वहां पर पौधरोपण करने के साथ ही अटल की मूर्ति भी लगाई जाएगी। इसके साथ ही बटेश्वर के शौरीपुर शिव मंदिरों और बटेश्वर के शिव मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके अलावा शौरीपुर स्थित जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान श्री नेमिनाथ के प्रसिद्ध मंदिर का भी विकास किया जाएगा। बटेश्वर और उसके आसपास की सड़कों के निर्माण के साथ ही बटेश्वर मंदिर के पास पार्किंग बनाई जाएगी।

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