आगरा। मामला तकरीबन 1 साल पहले का है। 17 जून 2017 को सिकंदरा के शिवा से सौरभ पांडे की नीली कलर की Apache बाइक चोरी हो गई थी जिस संबंध में सौरभ पांडे ने चोरी का मुकदमा थाना सिकंदरा में दर्ज कराया था। इधर सौरभ पांडे अपनी बाइक को तलाश रहा था। बाइक तलाशने के लिए सौरभ पांडे ने हार नहीं मानी थी मगर सौरव पांडे का दावा है कि जिस युवक ने उसकी बाइक को चोरी किया था। चोरी हुई बाइक के साथ युवक ने अपना फोटो Facebook पर अपलोड किया। Facebook पर अपलोड फोटो के जरिए सौरभ पांडे ने अपनी बाइक पहचान ली।
धीरे-धीरे 1 साल बीत गया। 13 अगस्त 2018 यानी सोमवार को कैलाश महादेव मंदिर का मेला था। जहां सौरभ पांडे मंदिर गया। ठीक इसी मंदिर पर सौरभ पांडे की बाइक चुराने वाला शख्स भी मौजूद था। चोर को पहचानते ही सौरभ पांडे ने पुलिस कंट्रोल रूम 100 नंबर को फोन किया और पुलिस को चोर के हवाले कर दिया ।
मंगलवार की सुबह जब पीड़ित सौरभ पांडे थाना सिकंदरा गया तो थाने में चोर मौजूद नहीं था जिसे देखकर सौरभ पांडे के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस से पूछताछ में सौरभ पांडे को पता चला कि जिस शख्स को चोरी के आरोप में उसने थाना सिकंदरा पुलिस के हवाले किया था। उसी पुलिस ने एक युवती की सुपुर्दगी में चोर को दे दिया। पुलिस का तर्क है कि उन्होंने चोर को उसकी बहन के हवाले किया मगर सौरभ पांडे का दावा है कि चोर को छुड़ाने उसकी प्रेमिका दामिनी आई थी जो अपने कागजातों के आधार पर अपनी सुपुर्दगी में ले गई।
यानी इस पूरे घटनाक्रम से पता चलता है कि थाना सिकंदरा पुलिस की लापरवाही कितनी है। जो चोर को उसकी प्रेमिका के हवाले कर दिया गया और सौरभ पांडे आज फिर वही वापस लौट आया जहां 1 साल पहले उसकी बाइक चोरी हुई थी। इतना ही नहीं सौरभ पांडे पर चोर से बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मौजूद है जिसमें चोर ने बाइक को चोरी करना कबूला है।
सवाल इस बात का है कि अपराध और अपराधियों को खत्म करने का दावा करने वाली सिकंदरा पुलिस और चोर का यह खेल कहीं खाकी और चोर के बीच मेल तो नहीं है। सौरभ पांडे का दावा है कि बाइक को चुराने वाले शख्स का नाम रिंकू है। जिसे उसने अपनी Facebook पर अपलोड किया है। अब देखना होगा कि पुलिस के आला अफसर इस मामले में सिकंदरा पुलिस के खिलाफ क्या एक्शन लेते है।