आगरा। भारत रत्न प्राप्त और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जन शताब्दी समारोह का आयोजन आगरा में 7 नवंबर को सूरसदन में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, कार्यक्रम प्रभारी पीएल पुनिया, सांसद प्रमोद तिवारी और संजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेता मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे। 7 नवंबर को होने वाले स्वर्गीय इंदिरा गांधी जन्म शताब्दी समारोह की जानकारी एक प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसियों ने दी।
वरिष्ठ कांग्रेसी भारत भूषण और समीर चतुर्वेदी का कहना था कि इस कार्यक्रम के माध्यम से स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जीवन कर्मठता, अनुशासन, दूर-दृष्टि, संगठनात्मक कौशल और भारत को बुलंदियों पर पहुंचाकर अपनी अमिट छाप छोड़ते हुए आर्यन लेडी के खिताब पाने तक के जीवन को कांग्रेस के साथ-साथ आम जनमानस के सामने रखा जाएगा जिससे युवा पीढ़ी आयरन लेडी यानी स्वर्गीय इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व को पहचान सके।
प्रेस वार्ता में मौजूद पीसीसी सदस्य राजीव लवानिया और वरिष्ठ कांग्रेसी उपेंद्र सिंह का कहना था कि 24 जनवरी 1966 को स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर देश को बुलंदियों तक पहुंचाया। उनका कहना था कि वह एक कुशल राजनेता थीं जिन्होंने प्रजातांत्रिक बांग्लादेश का उदय कराया। साथ ही आपातकाल लगाने के बाद वह सत्ता से हटी और ढाई वर्ष बाद दोबारा सत्तारूढ़ हुई। विपक्ष के नेता श्री अटल बिहारी वाजपेई उन्हें दुर्गा का रूप कहकर संबोधित करते थे। यह उनका व्यक्तित्व ही था कि उनका लोहा विपक्षियों के साथ-साथ पूरे विश्व में माना जाता है।
जिला अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा और पीसीसी सदस्य मुरारीलाल गोयल का कहना था कि विपक्षी पार्टियां आज कांग्रेस को जनता के सामने गलत तरीके से पेश कर रही है जिससे आम जनता भ्रमित है। जन शताब्दी समारोह के साथ-साथ आम जनमानस को यह बताना है कि इंदिरा गांधी के साथ-साथ कांग्रेस के तमाम नेताओं ने भारत को बुलंदियों पर ले जाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। आज विश्व में भारत की जो पहचान है वह सिर्फ कांग्रेस के एक कारण है।