आगरा। बल्केश्वर स्थित महालक्ष्मी मंदिर पर हरि बोल सेवा समिति का सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 12 जोड़ों का वैदिक रीति से विवाह संपन्न कराया गया। नव वैवाहित जोड़ों ने हवनकुण्ड में आहुतियां और एक-दूसरे के गले में वरमाला डाल अपने दांपत्य जीवन की शुरुआत की तो वहीं सभी नवविवाहित जोड़ों ने केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) का खुलकर समर्थन किया और इसे देश हित में बताया।
सामूहिक विवाह समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे महापौर नवीन जैन व भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वरमाला के बाद सभी जोड़ों ने हाथ में CAA और NPR के पोस्टर लेकर कानून का समर्थन किया।
नवविवाहित जोड़ों को इस अंदाज में देखकर महापौर नवीन जैन और महानगर अध्यक्ष उत्साहित नजर आए। उनका कहना था कि युवा इन दोनों कानून की अहमियत जानता है इसलिये समर्थन में है और उसका उदाहरण ये नवविवाहित जोड़े हैं। मुख्य अथितियों ने सभी नवविवाहित जोड़ों को सुखी जीवन का आशीर्वाद दिया।
नागरिकता संशोधन कानून पर नव दाम्पत्य जीवन में बंधे ज्योति और सुमित का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून की सहायता से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां से विस्थापित हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई धर्म के लोगो को भारत की नागरिकता दी जाएगी। अब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई धर्म के वह लोग, जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 की निर्णायक तारीख तक भारत में प्रवेश कर लिया था, भारत की नागरिकता के पात्र होंगे। इसके माध्यम से देश के रहने वाले किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छिनेगी।
कार्यक्रम संयोजक केशव अग्रवाल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह में तीन हज़ार लोगों के समक्ष मंच से नव वैवाहिक जोड़ों ने नागरिकता(संसोधन) कानून अधिनियम 2019 सीएए और एनपीआर का सार्वजानिक मंच से समर्थन कर सन्देश दिया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह फैसला देशहित में है।
संस्थापिका ममता सिंघल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह में अपनी बेटियों की तरह विवाह किया गया। बेटी का कन्यादान सबसे बड़ा दान है। वर-वधुओं को गृह उपयोगी वस्तुएं कन्यादान स्वरूप भेंट की गयी है।
इस दौरान महंत कपिल नागर, नितिन कोहली, गौरव बंसल, भोलानाथ अग्रवाल, धर्मेंद्र अवस्थी, मुरारीप्रसाद अग्रवाल, अनुज सिंघल, अंकुश मंगल, मौजूद रहे।