आगरा। 5 साल पहले दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद हाल ही में मुजफ्फरपुर और देवरिया कांड ने एक बार फिर पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इन दोनों घटनाओं में जिस तरह से बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं उसने बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देवरिया और मुजफ्फरपुर कांड से घबराई बच्चियों ने सेवा आगरा के बैनर तले सुल्तानगंज की पुलिया पर जोरदार प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तिया ले यह बच्चियां योगी और मोदी सरकार से सवाल कर रही थी कि आखिर कर वह कब सुरक्षित हो पाएंगी। आधी आबादी ही नहीं रहेगी तो तो यह धरा भी नहीं बच पायेगी।
इस प्रदर्शन में शामिल बच्चियां दोनों सरकारों से सवाल कर रही थी कि आखिरकार वह खुले आसमान के नीचे कब सुकून की सांस लेगीं। बच्चियों ने योगी और मोदी सरकार से कहा कि हम जैसी बच्चियों पर हो रहे अत्याचार को रोका जाए और जो लोग बच्चियों और लड़कियों के साथ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए।
इस प्रदर्शन के माध्यम से योगी और मोदी सरकार तक इन बच्चियों की आवाज पहुंचाने का प्रयास करने वाले सेवा आगरा के संरक्षक और अध्यक्ष मुरारी लाल गोयल का कहना था कि आज बच्चियां सिसकियां भर रही हैं। देवरिया और मुजफ्फर कांड ने तो बच्चों की सुरक्षा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिरकर सरकार क्या सोच रही है और क्या चाहती है क्या यह बच्चियां यूं ही सिसकियां भर्ती रहेंगी क्या बच्चा यूं ही तड़पती रहेंगी तो वहीं सुमन गोयल का कहना था कि अगर अभी भी सरकार बच्चों की सुरक्षा के प्रति नहीं जागी तो फिर एक जन आंदोलन खड़ा होगा और यह आंदोलन सरकार को हिला कर रख देगा।
फिलहाल कुछ भी हो लेकिन जिस तरह से बच्चियां बालिका और युवतियों के साथ घटनाएं सामने आ रही हैं उससे साफ है कि आधी आबादी आज के समय में सुरक्षित नहीं है।