आगरा। पोईया गांव में क्षेत्र के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर थे लेकिन रविवार को हुई मुसलाधार बारिश ने इन लोगों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ा दी है। क्षेत्र में सड़क खरंजा निर्माण और जलनिकासी की पर्याप्त व्यवस्था न होने से क्षेत्र में जलभराव हो गया तो वहीं कुछ जगह लोगों को निकलने के लिए रास्ता भी नहीं था। चारों ओर जलभराव और कीचड़ हो रखी थी। क्षेत्र की इस समस्या को लेकर ग्रामीण अधिकारियों को कोसते हुए नजर आये।
क्षेत्रवासियों का कहना था कि पोईया के अधूरे विकास को पूरा करने के लिए मई माह में जिला पंचायत राज अधिकारी को ज्ञापन दिया था लेकिन उस ज्ञापन पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अधिकारियों की उदासीनता के चलते आज पोईया के वाशिंदे नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। गावों में सड़क खरंजा नहीं है तो लाइट के खम्भे भी आधे अधूरे लगे है।
ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद से ही इस गांव का यही हाल है। किसी जनप्रतिनधि के साथ प्रशासन ने भी इसकी ओर ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण यह गांव आज भी आधुनिक सुविधाओं के लिए तरस रहा है। आधुनिक सुधार समिति के लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने 15 दिनों में उनकी क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो सभी ग्रामीणवासी धरने पर बैठने को मजबूर होंगे।