आगरा। शनिवार को आवारा पशुओं को पकड़ने गई नगर निगम की टीम पर आवास विकास क्षेत्र में वहां के क्षेत्रीय लोगों ने हमला बोल दिया था। इस हमले में नगर निगम के आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी और सहायक नगर आयुक्त गंभीर रूप से घायल हुए थे। इसके बाद से निगम टीम में ख़ासा आक्रोश देखा जा रहा है।
क्षेत्रीय लोगों की ओर से निगम कर्मचारियों और अधिकारियों पर जान से मारने और सरकारी कार्य में बाधा डालने को लेकर क्षेत्र के पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर तहरीर दी गई थी लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे आक्रोशित निगम कर्मचारियों ने जेपी सभागार, खंदारी में आयोजित हुए सदन के बाहरी धरना प्रदर्शन किया।
नारेबाजी करते हुए निगम कर्मचारी महापौर से वार्ता करने को लेकर धरने पर बैठ गए। निगम कर्मचारियों के प्रदर्शन को लेकर क्षेत्र पुलिस मौके पर पहुंच गई और प्रदर्शनकारियों को अंदर जाने से रोक दिया। निगम कर्मचारियों का कहना था कि सरकारी आदेश को अमलीजामा पहनाने में निगम कर्मचारियों और अधिकारियों की पिटाई हो रही है लेकिन इससे महापौर को कोई सरोकार नजर नहीं आता। इसलिए इस संबंध में उन्होंने पुलिस प्रशासन से कोई वार्ता नहीं की है।
इससे पहले भी कर्मचारी साथ घटना हुई दुर्घटना में विधायक पुत्र निगम कर्मचारियों को पीटा था। निगम कर्मचारी ने साफ कर दिया है कि वह सरकारी कार्य को करने के लिए हैं पिटने के लिए नहीं है।
इस संबंध में महापौर का कहना था कि निगम के सम्बंधित अधिकारी द्वारा मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ करवा दिया गया है। साथ ही पीड़ित को जल्द न्याय दिलवाने के लिए वह खुद इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से वार्ता करेंगे। महापौर ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी कोई निगम के कर्मचारी और अधिकारी पर हमला करेगा तो आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।