आगरा। जनाब के शरीर पर केवल खाकी ही तो धारण नहीं थी पर खाकी का गुरूर जनाब के सर चढ़कर बोल रहा था। मामला मंगलवार शाम का है। आगरा पुलिस लाइन में तैनात एक सिपाही ने शराब पी ली। एक तो अंगूर की बेटी का सुरूर और ऊपर से खाकी का गुरूर। फिर क्या था जनाब सिपाही पुलिस लाइन में हंगामा काटने लगे ।
नशेबाज सिपाही की सूचना अन्य पुलिस वालों ने आर आई को दी तो आरआई साहब ने नशेबाज सिपाही को थाना रकाबगंज भिजवा दिया। रकाबगंज थाने पंहुचा नशेबाज सिपाही का नाम रामनरेश है। रामनरेश अंगूर की बेटी के सुरूर मैं फुलटॉस मजे ले रहा था । कुर्सी पर बैठकर नशे में धुत रामनरेश ने कहा …मैंने इस्तीफा दे दिया है… मुझे नौकरी नहीं करनी …कप्तान साहब को बुलाओ …मेरा अपराध क्या है …क्या शराब पीना अपराध है …बार-बार रामनरेश नशे में यही शब्द दोहरा रहा था। मगर अपने ही परिवार के आगे रकाबगंज पुलिस बेबस थी। नशेबाज सिपाही को अन्य पुलिसकर्मी बार-बार समझा रहे थे लेकिन रामनरेश के सर अंगूर की बेटी चढ़कर बोल रही थी।
कुछ देर बाद इंस्पेक्टर साहब आये। कोतवाल साहब के सामने रामनरेश को पेश किया गया। राम नरेश ने फिर इंस्पेक्टर साहब से कहा कि मैं इस्तीफा दे आया हूं। मुझे नौकरी नहीं करनी। गुस्से से लाल इंस्पेक्टर साहब ने एक बार फिर रामनरेश को हवालात दिखा दी और पुलिस ने मेडिकल कराकर अग्रिम कार्यवाही शुरु की।