आगरा में जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर तख्तापलट के लिए आज अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। कुल 52 जिला पंचायत सदस्यों में से 36 जिला पंचायतों का समर्थन अविश्वास प्रस्ताव के लिए जरूरी था । अविश्वास प्रस्ताव के लिए सुबह से जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय पर अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया को शुरु कराया गया । प्रक्रिया के नोडल अधिकारी अपर जिला जज भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में यह प्रक्रिया संपन्न हुई ।।जिसमे प्रबल प्रताप उर्फ राकेश बघेल को 36 मत मिले । इस मौके पर प्रबल प्रताप उर्फ राकेश बघेल ने कहा की ये लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ थी । पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल यादव और उनके पति राजपाल यादव ने भ्रष्टाचार की नींव बोई थी । और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार खत्म करने के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है ।
जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय के ए एम ए प्रदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद बुधवार से जिला पंचायत अध्यक्ष आगरा का पद रिक्त हो जाएगा। इसके बाद शासन स्तर से जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम को नामित किया जाएगा । 36 मत अविश्वास प्रस्ताव में एक तरफ आये हैं। जबकि विपक्ष मौके पर मौजूद नहीं था ।
जिला पंचायत अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय को छावनी बना दिया गया था ।।एसपी सिटी सी ओ के अलावा कई थानों का पुलिस बल पीएसी बल और फायर विभाग को लगाया गया था। जिससे कहीं कोई विवादास्पद स्थिति पैदा ना हो । मगर विपक्ष न आने से सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।