आगरा। हिंदी के प्रख्यात कवि पद्मभूषण से सम्मानित गोपालदास जी नीरज का पार्थिव शरीर आगरा लाया गया और शहर वासियों के अंतिम दर्शन के लिए न्यू सरस्वती नगर , बल्केश्वर में उनके निज निवास पर रखा गया। अपनी लेखनी से समाज और देश को नई दिशा दिखाने वाले प्रख्यात कवि के अंतिम दर्शन के लिए शहरवासियों के साथ साथ मशहूर कवि कुमार विश्वास और सुरेन्द्र शर्मा भी पहुँचे। कवि कुमार विश्वास ने स्व. गोपालदास जी नीरज के अंतिम दर्शन किये और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने परिजनों से भी मुलाकात अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की।
कवि कुमार विश्वास का कहना था कि स्व. गोपालदास जी नीरज के स्वर्गवास होने से सबसे ज्यादा क्षति सहित्य जगत को हुई है। उन्होंने जो ख्याति प्राप्त की है वो पिछली एक शताब्दी से किसी ने प्राप्त नहीं की है। उनकी लेखनी के राजनैतिक से लेकर व्यापारी और आम जनमानस तक सभी कायल थे और साहित्यकार व कवियों के लिए वो हमेशा प्रेरणादायक रहेंगे।
कवि सुरेन्द्र शर्मा का कहना था कि उनका आत्मविश्वास इतना था कि वो हर मुद्दे को कविताओं और गीतों में उतार देते थे जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है। बॉलीवुड के लिखे हुए गीत आज भी हर व्यक्ति गुनगुनाता है। जब तक नीरज जी के इस संसार में गीत है वो सभी के दिलों में जीवित रहेंगे।