आगरा। ऐतहासिक गुरुद्वारा मंजी साहिब गुरु का ताल जहाँ नवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने धर्म और देश की खातिर अपना बलिदान दिया था इसीलिए उन्हें हिन्द की चादर भी कहते है। सोमवार को उनके गिरफ्तारी स्थल गुरुद्वारा मंजी साहिब की दुग्ध से स्नान करवाया गया। यह परंपरा गुरु के ताल पर वर्षों से निभाई जा रही है। संत बाबा प्रीतम सिंह ने बताया कि दुग्ध स्नान से इस स्थान की पवित्रता बनी रहती है। इसी बहाने कारसेवा हो जाती है। सिख समाज के लोग अपने परिवार के साथ दुग्ध स्नान में भाग लेते हैं।
बताया जाता है कि गुरु तेग बहादुर के इस स्थान पर चरण पड़े थे। जिसे आज गुरुद्वारा मंजी साहिब के नाम से जाना जाता है। यहीं पर उन्होंने चरवाहे की खुशी के लिए अपनी गिरफ्तारी दी थी। इस कारण स्थल का सिख समाज के लिए बहुत महत्व है।
सिख कौम के स्वाभिमान, हिन्दुओं के सम्मान व इंसानियत की रक्षा के लिए सिख धर्म के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने मुगल शासक औरंगजेब के काल में शीश का बलिदान दिया था। गुरु जी की गिरफ्तारी आगरा में हुई थी। आज उस स्थान को गुरुद्वारा गुरु का ताल नाम से जाना जाता है। आज जहां मंजी साहिब हैं, उसी जगह से उनकी गिरफ्तारी हुई थी। जहां पर भौरा साहिब हैं, वहां श्रीगुरु तेग बहादुर साहिब को नौ दिन तक नजरबंद करके रखा गया था। गुरु तेग बहादुर का 341वां शहीदी पर्व बुधवार को पूरे देश में मनाया जा रहा है।
मंजी साहिब पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का जोश देखते ही बन रहा था। सिख समाज के लोग अपने उस गुरु से जुड़े स्थल की सेवा कर अपने को धन्य मान रहे थे। इस सेवा में एक से 4 साल के बच्चे थे तो वहीं 80 से 85 साल तक के बुजुर्गों का भी इस दरबार स्नान में जोश कम नहीं दिखा रहा था और सतनाम वाहेगुरु के मूल मन्त्र के जाप के साथ बड़ी तन्मयता से सेवा कर रहे थे। जिसमें विशेष रूप से महिलाओं की भी काफी संख्या थी। “गुरु तेग बहादुर सिमरिये घर नौ निध आवे थाए” का भी गायन हो रहा था। दूध बड़े बड़े ड्रम में डालकर प्रेसर मशीन से ऊपर पहुँचाया जा रहा था। आपको बताते चले कि यह दुग्ध स्नान वर्ष में एक बार केवल शहीदी गुरुपर्व पर ही की जाती है ।
गुरु तेग बहादुर साहिब का शहीदी गुरुपर्व 23 नवंबर को दरबार हॉल में बड़े श्रद्धापूर्ण वातावरण में शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक मनाया जायेगा। जिसमे विशेष रूप भाई सरबजीत सिंह पटना साहिब वाले अपनी हाज़री लगाएंगे। सुबह भारत माता संस्कार समिति एवम् भारत विकास परिषद् द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जायेगा। 21 नवंबर को प्रातः 10 बजे श्री अखंड पाठ साहिब की आरम्भता होगी।