आगरा। आगरा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे हम ये सोचने को मजबूर हो गये हैं कि क्या वाकई में आज के युग में रिश्तों की कोई एहमियत है भी या नहीं। रिश्तों को शर्मसार करने वाली दास्तान से आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं। कहते हैं ईश्वर से बढ़कर माँ का दर्जा होता है पर अगर माँ ही कातिल बन जाये तो इसे क्या कहेंगे। जी हाँ,ये सच है। ऐसा ही वाकया हुआ है ताजनगरी में।
कहते हैं पूत कपूत हो सकता है पर माता कभी कुमाता नही हो सकती। पर आगरा में जो हुआ उसे क्या कहेंगे। यहाँ तो अपने प्रेमी मुरारी के साथ मिलकर खुद सगी माँ श्यामवती ने ही अपने बेटे का खून करवा दिया। 6 जनवरी को डौकी थाना क्षेत्र के इक्थरा में रवि की हत्या कर शव जंगलों में फेंक दिया गया था।
पुलिस ने जब इस ब्लाइंड केस की तफ्तीश शुरू की तो कई चौकाने वाले तथ्य सामने आये। काल डिटेल और लोकेशन से पता चला कि मृतक रवि की माँ श्यामवती से मुरारी के अवैध संबंध है तो वहीं मृतक रवि के संबंध मुरारी की बेटी से थे। रवि को पता भी नही चला कब उसकी माँ और प्रेमी मुरारी ने मिलकर रवि की मौत की दास्तां लिख दी। सुपारी किलर योगेश को दो लाख में मौत की सुपारी दे दी गई। पच्चीस हजार एडवांस के तौर पर दिये गये थे। आज आरोपी योगेश उसका साथी वृद्वाराम और श्यामवती गिरफ्तार हो चुके हैं मुरारी समेत दो लोग अभी भी फरार हैं।
ये कोई आम हत्याकांड नही है। इसमें हर जगह कारण रिश्ते ही बने हैं। मुरारी की बेटी को रवि भगा कर ले गया था जिसका बदला मुरारी भूला नही था तो वहीं रवि की माँ श्यामवती के पास मथुरा में 35 लाख की सम्पत्ति थी। मुरारी ने जब उसे समझाया कि सम्पत्ति अपनी करने के लिये रवि का मरना बहुत जरूरी है तो वो तुरंत मान गई और अपनी संपत्ति के पैसों में से ही अपने बेटे की सुपारी दे बैठी। अपने अवैध संबंधों के चक्कर में खुद अपने ही बेटे की जान की दुश्मन बन गई।
अगर एक माँ ही अपने बेटे की हत्या करवाने लगे तो वाकई में दुनिया में रिश्तों का कोई मतलब नही रह जायेगा। आज भले ही श्यामवती सलाखों के पीछे हो लेकिन सच बात तो ये है कि जो अपराध उसने किया है उसकी सजा चाहे कुछ भी हो पर क्या उसका बेटा अब कभी लौट के आ सकेगा
शायद अब वो ये जरूर सोच रही होगी ।