आगरा। ‘ऐसा तो सिर्फ फिल्मों में होता है कि जब एक लड़की के साथ गैंगरेप होता है, उसे प्रताड़ित किया जाता है और फिर चुपके से उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया जाता है। जब परिजनों को उनकी बेटी के अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलती है तो डॉक्टर से लेकर पुलिस तक सब यही जवाब देते हैं कि उसका सिर्फ एक्सीडेंट हुआ है’ – ये कहना है उन लोगों का जो पीड़ित को इन्साफ दिलाने के लिए आगरा जिला मुख्यालय पहुंचे।
बता दें बैकुंठी में पड़ने वाली एक छात्रा को 4 दिन पहले अचानक अस्पताल में भर्ती कराया था। जब सच्चाई जानने का प्रयास किया गया तो पता चला की पीड़ित छात्रा के साथ अल्पसंख्यक समुदाय के लड़कों ने गैंग रैप किया था जिससे पीड़िता की हालात बिगड़ गयी थी।
मीडिया के सामने पीड़िता के दोस्त और परिजन रो-रो कर बेटी के साथ हुई हैवानियत की दास्ताँ सुना रहे थे। परिजनों ने बताया कि पीड़िता की हालात बहुत बिगड़ी हुई है। यह एक्सीडेंट का केस नहीं है बल्कि हद दर्जे तक 8 से 10 लड़कों ने उसके साथ बुरी तरह गैंगरेप किया है। यह किसी एक लड़के का काम नहीं है। जब-जब पीड़िता को होश आता है तब-तब वह मुझे छोड़ दो चिल्लाने लगती है। पिछले चार दिनों से बिना कुछ खाये-पिए इन्साफ के लिए भटक रहे हैं।
वहीँ पुलिस ने इसे एक्सीडेंट का केस बताकर सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पीड़िता के दोस्तों का कहना है पुलिस को उस आरोपी लड़के से राज खुलवाने चाहिए थे क्योंकि इस घटना में और भी कई लड़के शामिल हैं।
बहरहाल पुलिस-प्रशासन भले ही इस घटना को हलके से ले रहा हो लेकिन पीड़िता के दोस्तों ने उसे इन्साफ दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर भी मुहीम छोड़ दी है। यह मुहीम इतनी तेजी से वायरल हो रही है कि इसकी गूँज पूरे यूपी और राजधानी नई दिल्ली सहित आस-पास के प्रदेशों तक पहुँच गयी है। जिस तरह से सोशल मीडिया पर लोग इस पोस्ट को आगे बढ़ा रहे हैं इससे एक बार फिर दिल्ली के निर्भया काण्ड की यादें ताजा कर दी जब दिल्ली की पीड़िता को न्याय दिलाने के लिये लोग सोशल मीडिया से लेकर सड़क पर उतर आये थे।