आगरा। राजनीतिक क्षेत्र में वर्षों से छला गया वार्ष्णेय समाज अब उसी पार्टी को समर्थन और वोट देकर साझेदारी करेगा, जो लोकसभा चुनाव मे कम से कम उन्हे पाँच टिकट देगा। ये कहना था पंचकुइया स्थित माथुर वैश्य सभागार में अखिल भारतीय वार्ष्णेय वेलफ़ेयर एसोसिएशन की वार्षिक बैठक मे संबोधित करते हुए राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता का। इस मंच के माध्यम से वार्ष्णेय समाज देश की राजनीति में समाज की भागीदारी दर्ज कराने पर मंथन कर रहा था।
इस दौरान वार्ष्णेय समाज के पदाधिकारियों ने भाजपा को भी आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि अक्रूर जी के वंशज वार्ष्णेय समाज ने हमेशा वोट और नोट दोनों से बीजेपी का साथ दिया लेकिन आज तक उनके समाज के किसी व्यक्ति को न तो लोकसभा का टिकट दिया गया और न ही प्रदेश स्तर पर किसी को मंत्री पद मिला है। इन चुनाव में यदि भाजपा ने समाज को हक़ नहीं दिया तो पश्चिम उप्र में प्रत्याशी को हारने और जिताने की ताकत रखने वाला वार्ष्णेय समाज उस पार्टी को समर्थन देगा जो उसे राजनीतिक साझेदारी देगी। इस मंच से वार्ष्णेय ने यह ऐलान करके 2019 में होने वाले चुनाव में भाजपा के लिए मुश्किलें जरूर बड़ा दी है।
राष्ट्रीय महामंत्री नेमीचन्द्र वार्ष्णेय ने इस मंच के माध्यम से सरकार से मांग करते हुए कहा कि बदायूं सदर क्षेत्र के विधायक महेश चन्द्र गुप्ता को मंत्री मण्डल में स्थान दिया जाए।
इसके अलावा उसने समाज में सरकार से जो मांगती है उनमें प्रमुख हैं –
राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता ने स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दुनिया के सबसे बड़े कूटनीतिज्ञ श्रीकृष्ण की मूर्ति को संसद व विधानसभा मे लगावाया जाए।
श्रीकृष्ण की कूटनीति को स्वच्छ राजनीति के लिए पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए।
सम्भल जिले का नाम अक्रूरजी नगर रखा जाए।
इस वार्षिक बैठक में यूपी के 15 जिलों के साथ-साथ उतराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली प्रदेशों के प्रतिनिधि भी सम्मालित हुए।