आगरा। पिछले दिनों लगातार हुई बारिश में दर्जनों मकान भरभरा कर गिर पड़े। बरसात के मौसम में जर्जर भवनों के कारण कोई हादसा न हो जाए इसलिए निगम प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है। नगर आयुक्त ने नगर निगम की परिधि में आने वाले गिरासू और जर्जर भवनों की सूचि तैयार करा ली है। नगर निगम अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार नगर निगम परिधि में लगभग 113 जर्जर भवन है। नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने इन सभी भवनों के मालिकों के पास नोटिस भेज दिया है और आदेश दिया है कि जल्द से जल्द इन भवनों को खालीकर मरम्मत कराएं। शुक्रवार को नगर निगम की ओर से संबंधित थानों को भी नोटिस की प्रति भेज दी गयी हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग सात दिन से शहर और देहात में हो रही मूसलाधार बारिश में दर्जनों मकान गिर गए हैं। जिसमें कई लोगों की जानें भी चली गई। कई घायल भी हो गए। इन घटनाओं को नगर आयुक्त ने गंभीरता से लिया और शहर में सर्वे कराया। इस सर्वे में जोन छत्ता जोन और जोन ताजगंज में करीब 113 जर्जर मकानों की एक सूची तैयार की और संबंघित थानों के अलावा मकान मालिकों को भी नोटिस भेज दिए हैं।
इस सूची के तहत ताजगंज जोन में पांच जर्जर मकान और सदर में सात, जोन छत्ता में एमएम गेट में नौ, नाई की मंडी में 13, रकाबंगंज में पांच, छत्ता में 40, एत्माददौला में एक, कोतवाली 24, मंटोला सात, हरीपर्वत एक और हींग की मंडी में एक है।
नगर आयुक्त अरुण कुमार ने बताया कि मकान मालिकों के साथ थाना प्रभारियों को नोटिस की प्रति भेजी गई है। भवनों को जल्द से जल्द खाली करवा दें। अगर कोई हादसा होता है तो उसके जिम्मेदार वो खुद होंगे। नागरायुक्त का कहना है कि पूरे शहर में निगम के 12 रैन बसेरे बने हुए हैं। जर्जर मकान छोड़ रहे परिवार चाहे तो जीर्णोद्धार का काम कराने तक उसमें रह सकते हैं।