आगरा। खंदौली के पालीवाल मार्केट में वशिष्ठ कंप्यूटर कोचिंग सेंटर पर सेंटर संचालक द्वारा एक छात्रा को अपने ही सेंटर में शटर बंद कर दुकान के अंदर रंगरेलियां मनाते हुए ट्यूशन पढ़ने आए छात्रों ने पकड़ लिया। छात्रों ने वीडियो बनाना शुरू किया तो स्कूल सेंटर संचालक ने अंदर से शटर बंद कर लिया। काफी देर बाद छात्रों के हंगामा करने के बाद शटर खोला गया तब उसके अंदर से सेंटर संचालक और एक छात्रा को बाहर निकाला गया।
शिक्षा के नाम पर जगह-जगह चौराहों पर शिक्षा देने के सेंटर खुल गए हैं लेकिन इन सेंटरों में क्या होता है यह कोई नहीं जानता। पढ़ाई के नाम पर बच्चों का उत्पीड़न और शारीरिक शोषण किया जाता है। दूरदराज से आ रही लड़कियों को अकेला देखकर सेंटर संचालक उसका फायदा उठाते हैं।शिक्षा को बदनाम करने वाले ऐसे ही भूखे भेड़िया देश को बदनाम करने में लगे हुए हैं। शिक्षा के नाम पर ठगी और लड़कियों का शोषण हर रोज देखने को मिल रहा है लेकिन प्रशासन अपनी आंखें बंद कर बैठे हुए हैं। कोई अधिकारी यह जांचने की भी जहमत नहीं उठाता कि शिक्षा की आड़ में धड़ाधड़ खुल रहीं इन धंधों की दुकानों का कोई शैक्षिक पैमाना है या नहीं।
बच्चों द्वारा वीडियो बनाने के बाद सेंटर संचालक सेंटर को बंद कर फरार हो गया। शिक्षक को ऐसा घिनौना काम करते हुए बच्चों ने मौके पर पकड़ लिया लेकिन ऐसे कितने हजारों सेंटर संचालक है जो लड़कियों की जिंदगी को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। इनदिनों आधी आबादी के साथ बढ़ रही घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन को ऐसे संचालकों पर नकेल कसनी चाहिए।