- नीली टोपी और कोट पहनकर हैप्पी स्प्राउट्स स्कूल के बच्चों ने थामीं डिग्रियां
- दो से साढ़े तीन साल की प्रतिभा देख अतिथि हुए हतप्रभ, बोले बचपन में दिए जाते हैं संस्कार
आगरा। संस्कारों का बीज बो रहा है हैप्पी स्प्राउट्स स्कूल। बचपन से ही बच्चों में पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण संग मोबाइल के दुष्परिणामों के प्रति भी ज्ञान दिया जा रहा है। इसकी एक तस्वीर देखने को मिली हैप्पी स्प्राउट्स स्कूल के वार्षिकोत्सव में। रविवार को हैप्पी स्प्राउट्स स्कूल का द्वितीय वार्षिकोत्सव एसएस कॉन्वेंट स्कूल, कर्मयोगी, कमला नगर में आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि रोशनी गिडवानी, निधि झवर, डॉ शुभम गर्ग, अशोक जायसवाल और प्रधानाचार्य हर्षिता जायसवाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नन्हें-मुन्ने बच्चों ने प्रथम पूज्य श्रीगणेश की वंदना नृत्य प्रस्तुत किया। मात्र दो वर्ष से साढ़े तीन वर्ष तक के नौनिहालों की एक से बढ़कर प्रस्तुतियां देखकर दर्शकदीर्घा हतप्रभ सी रह गयी। जिसमें बच्चों द्वारा पर्यावरण, जल संरक्षण के साथ मोबाइल एडिक्शन के खतरों का संदेश देते हुए नृत्य नाटिकाएं सभी को भाव विभोर कर रही थीं।
प्रधानाचार्य हर्षिता जायसवाल ने बताया कि बच्चे समाज की नींव होते हैं, जैसा बीज संस्कारों का हम डालेंगे वैसी ही पौध समाज को मिलेगी। बच्चों को संस्कारित और सभ्य बनाने का कार्य ही स्कूल के समस्त स्टाफ का ध्येय है।
कार्यक्रम के समापन पर बच्चों को ग्रेजुएट की डिग्री भी प्रदान की गयी। छोटे-छोटे बच्चे नीली टोपी और कोट में कॉलेज के छात्रों जैसा व्यवहार कर रहे थे। इस अवसर पर रचित जायसवाल, ममता गोयल, लव अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।