उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट का विस्तार हो गया है। योगी सरकार में आगरा एमएलसी धर्मवीर प्रजापति को भी राज्य मंत्री बनाया गया है। धर्मवीर प्रजापति को राज्य मंत्री बनाए जाने से भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समाज में ख़ुशी की लहर देखने को मिल रही है। रविवार को योगी सरकार के कैबिनेट का विस्तार हो गया। 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 7 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद कैबिनेट मंत्री बनाए जाएंगे। बाकी 6 राज्य मंत्री होंगे। नए मंत्रियों में एक ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद बाकी तीन दलित और तीन ओबीसी से हैं। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोपहर 12:45 बजे गुजरात से लखनऊ राजभवन पहुंचीं। इसके बाद दोपहर 2 बजे एक हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें कैबिनेट विस्तार की अधिकारिक घोषणा की गई।
नए मंत्रियों की शपथ-
- सबसे पहले जितिन प्रसाद ने शपथ ली। तीन महीने पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे। कैबिनेट मंत्री बनाया गया है
- छत्रपाल गंगवार ने राज्यमंत्री की शपथ ली, बरेली के बहेड़ी सीट से आते हैं। कुर्मी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उम्र 65 साल है।
- पलटू राम ने तीसरे नंबर पर राज्यमंत्री की शपथ ली। ये बलराम पुर से आते हैं। 2017 में जीते थे। दलित समुदाय से आते हैं।
- संगीता बलवंत बिंद ने चौथे नंबर पर राज्यमंत्री की शपथ ली। पहली बार विधायक चुनी गई हैं। 42 साल उम्र हैं। पिछड़ी जाति से आती हैं। गाजीपुर सदर सीट से आती हैं।
- संजीव कुमार गौड़ ने पांचवें नंबर पर राज्यमंत्री की शपथ ली। सोनभद्र की ओबरा सीट से आते हैं। आदिवासी समुदाय से आते हैं।
- दिनेश खटीक ने छठे नंबर पर राज्यमंत्री शपथ ली। मेरठ के हस्तिनापुर से आते हैं। दलित समुदाय से आते हैं। पश्चिम यूपी से मंत्री बने हैं।
- धर्मवीर प्रजापति हाथरस से आते हैं। विधान परिषद सदस्य हैं। 2021 में ही विधान परिषद में पहुंचे हैं। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं। इन्होंने सातवें नंबर पर राज मंत्री की शपथ ली।
धर्मवीर प्रजापति मूल रूप से हाथरस जिले के बहरदोई गांव के रहने वाले हैं। मगर, वर्तमान में वह आगरा के खंदौली के हाजी पुरा खेड़ा में रहते हैं। धर्मवीर प्रजापति आरएसएस के स्वयंसेवक के रुप में कार्य कर चुके हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वर्ष 2002 मे पहली बार उन्हें प्रदेश का दायित्व मिला। तत्कालीन पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में वह प्रदेश के महामंत्री बने। इसके बाद दो बार प्रदेश संगठन में मंत्री का दायित्व संभाला।
जनवरी 2019 में उन्हें माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। अयोध्या में श्रीराम के दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए उन्होंने आगरा, एटा, कन्नौज सहित दूसरे जिलों से डिजाइनर दिए की व्यवस्था कराई थी। इसके बाद चर्चा में रहे थे। यूपी विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में धर्मवीर प्रजापति भाजपा से सदस्य निर्वाचित हुए। अब विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी मिल गई है।