Home agra आगरा में यमुना नदी पहुंची खतरे के निशान के करीब, ताजगंज शमशान घाट डूबा

आगरा में यमुना नदी पहुंची खतरे के निशान के करीब, ताजगंज शमशान घाट डूबा

by admin

Agra. पहाड़ों पर भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पाने के चलते यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हथनीकुंड बैराज से करीब 3.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससें दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया और वहाँ बाढ़ आ गयी। लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते मथुरा और आगरा में भी यमुना नदी रौद्र रूप लेने लगी है।

ओखला बैराज से 3,65,487 क्यूसेक पानी नदी में छूटने से अब गोकुल बैराज ने भी तेजी के साथ नदी में पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। जिसका असर आगरा में दिखने लगा है। यमुना खतरे के निशान को पार कर रही है तो वहीँ लगातार बढ़ रहे जलस्तर से ताजगंज शमशान घाट भी डूब गया है।

यमुना का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। यमुना के जलस्तर बढ़ने से ताजगंज धाम का नजारा भी बिल्कुल बदल गया है। ताजगंज मोक्षधाम के निचला हिस्सा पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। लगभग दो-दो फुट तक पानी भर गया है जिन लोगों ने कल यहां अपने परिजनों का अंतिम संस्कार किया था। जब वे आज आये तो स्थिति विपरीत दिखाई दी। अपने परिजनों के फूल ढूढ़ने में उन्हें खासा दिक्कत हुई।

अंतिम संस्कार रोके गए

ताजगंज शमशान घाट के निचले हिस्से पर पानी भर जाने के बाद यहां के प्रशासन द्वारा निचले इस पर अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी है। जो ऊपर की तरफ रहता है उसी पर अंतिम संस्कार किए जाने की अनुमति है लेकिन जिस तेजी के साथ यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है और ताजगंज मोक्ष धाम में पानी अंदर प्रवेश कर रहा है,उसे आशंका जताई जा रही है कि ऊपर का हिस्सा भी कहीं जल मग्न न हो जाये।

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