आगरा। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी ने कालिंदी विहार स्थित नारी निकेतन पहुंच कर निकेतन का निरीक्षण किया। नारी निकेतन में आई हुई महिलाएं जो कि किसी ना किसी तरीके से अपने ससुराल एवं पति द्वारा प्रताड़ित की थी उनसे मुलाकात करके उनकी समस्याओं को सुना और उनकी समस्याओं का निराकरण किया।
बताते चलें कि आज करीब 4:30 बजे उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी जी आगरा कालिंदी विहार स्थित नारी निकेतन पहुंची। सुमन चतुर्वेदी जी ने बताया की नारी निकेतन में रह रहीं महिलाएं तमाम तरह के काम करके जैसे कि बैग बनाना, पेपर से कलाकृतियां एवं सीनरी बनाना आदि से अपना समय व्यतीत कर रही है। उन्होंने बताया कि जो महिलाएं अपने ससुराल व पतियों से प्रताड़ित की जा रही हैं उनके लिए जो परामर्श केंद्र आगरा और फीरोजाबाद में महीने में पहले बुधवार को ही लगता था वह अब महीने में दो दिन पहले और तीसरे बुधवार को लगाया जा रहा है।
सुमन चतुर्वेदी जी की उपस्थिति में नारी निकेतन में आई 6 महिलाओं ने अपनी अपनी समस्याएं उनको बताई। जिसमें एक मामले में महिला का पति जो कि फरीदाबाद में रहता है, शराब पीकर उसको मारता है। उन्होंने उसकी समस्या को सुनकर अंतर्गत क्षेत्राधिकारी को समस्या सुलझाने के लिए निर्देश दिया।
सुमन चतुर्वेदी जी ने बताया आजकल समाज में अधिकतर या देखा जा रहा है कि चाहे महिला हो या पुरुष हो दोनों ही लोगों में सामंजस्य कम है। हमारे चैनल के माध्यम से उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि पति पत्नी के बीच में कोई भी अनबन हो तो उसे बैठकर प्यार से सुलझा लें। क्योंकि किसी भी विवाहित लड़की का जीवन उसके पति एवं उसकी ससुराल से ही कटता है। किसी भी विवाहित लड़की का जीवन उसके मायके वाले नहीं काट सकते। शादी के बाद लड़की पूर्ण रुप से अपने ससुराल वालों पर एवं पति पर निर्भर रहती है। उन्होंने बताया कि हमने कई परिवार जो बिल्कुल बिखर चुके थे उनको साथ में बिठाकर समझा-बुझाकर दोबारा से पटरी पर लाए हैं और आगे भी इसी तरह से लोगों को समझा-बुझाकर कई परिवारों को टूटने से बचाने की पूरी पूरी कोशिश करेंगे।
नारी निकेतन की व्यवस्थाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि नारी निकेतन की सारी व्यवस्थाएं सुचारु रुप से चल रही है। साफ-सफाई सभी चीज का ध्यान रखा गया है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग महिला आयोग की सदस्य के साथ नारी निकेतन की वार्डन उर्मिला गुप्ता भी साथ में मौजूद रहीं।