Agra. मोहब्बत की नगरी आगरा में प्रेमी युगल शादी तो कर रहे हैं लेकिन शादी करने के बाद अपने प्रेम के किए गए वादों को भूल रहे हैं। शादी करने के उपरांत प्रेम में किए गए वादों को भूलना तक तो ठीक था, लेकिन प्रेम विवाह के उपरांत अपनी प्रेमिका को प्रताड़ना देना कहां तक उचित है..? मोहब्बत के इस शहर में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है जहां एक प्रेमी अपनी प्रेमिका को यातनाएं देते दिखाई दे रहा है।
अतिरिक्त दहेज के लिए प्रताड़ना शुरू
शादी के बाद से ही प्रेमी पति दहेज के नाम पर प्रताड़ित कर रहा है। प्रेमिका पिछले 4 वर्षों से अपने प्रेमी पति को झेल रही है और उसकी यातनाएं सह रही है। कुछ दिनों पहले प्रेमिका अपने भाई के यहां काला महल में रह रही थी। सोमवार की सुबह पति आया और घर में भाई की अनुपस्थिति में पत्नी को दे दनादन मारने पीटने लगा। पति ने अपनी पत्नी को इतना मारा कि वह अपनी सुध बुध खो बैठी और लहूलुहान हो गई। आनन फानन में घायल प्रियंका को बड़ी बहन पुलिस के साथ जिला अस्पताल लेकर उपचार कराने पहुंची। जहां उपचार के साथ-साथ मेडिकल भी किया गया।
प्रेम विवाह बन गया नरक
पीड़िता प्रियंका बेहोश एवं अचेत अवस्था में थी। पीड़िता की बड़ी बहन प्रीति ने बताया कि करीब 4 साल पहले छोटी बहन ने दीपक के साथ प्रेम विवाह रचाया था। कुछ दिन तो सब ठीक-ठाक रहा लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया दीपक का असली चेहरा सामने आता गया। एक महीने बाद ही पति दीपक ने अत्याचार की इंतहा शुरू कर दी। दीपक ने शादी के बाद से ही पत्नी प्रियंका को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। प्रियंका को मारा पीटा जाने लगा। प्रियंका को पति द्वारा इतना पीटा जाता था कि वह लहूलुहान हो जाती थी। शादी के बाद बच्चे भी हो गए, लेकिन पति दीपक का व्यवहार नहीं बदला। मारपीट की जानकारी कई बार स्थानीय पुलिस को भी दी गई, लेकिन पुलिस सहयोग एवं इंसाफ दिलाने की जगह पीड़िता को यह कहकर टरका देती थी कि तुम्हारा आपसी परिवार का मामला है। इस मामले में पुलिस कुछ भी नहीं कर सकती। बस यहीं से पुलिस की यह बात दीपक के दिमाग में घुस गई और प्रियंका पर अत्याचार बढ़ता गया।
प्रियंका की बहन प्रीति ने बताया कि हम पुलिस से आस लगाते हैं, लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो हम बगैर बाप की बेटियां कहां जाएं। पुलिस को पीड़ित महिलाओं का सहयोग करना चाहिए लेकिन प्रियंका के साथ तो कुछ अलग ही व्यवहार किया गया। हद तो तब हो गई जब पुलिस कर्मी देर रात प्रियंका को फोन कर परेशान करने लगे। पुलिस कर्मियों द्वारा इतना प्रताड़ित किया गया कि वह परेशान हो गई। पीड़िता की बहन प्रीति ने बताया कि पुलिस द्वारा प्रियंका से रात को कहा गया कि तेरे से पैसे भी नहीं लेंगे और तेरा काम भी हो जाएगा। बस तुम आ जाओ।
पीड़िता ने बताया कि बहन के पति ने उसे आज इतना मारा है कि उसकी जान पर बन आई। आज उसकी जान भी जा सकती थी, उसकी आँख भी जा सकती थी। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के साथ मेडिकल किया जा रहा है, पुलिस भी साथ में है लेकिन पुलिस से इंसाफ की उम्मीद करना बेमानी है। पीड़िता की बहन प्रीति ने कहा कि मजबूरी में भाई के यहां वह रह रही है। भाई भी अधिक दिन तक नहीं रखते इसलिए पति के यहाँ लौट जाती है और वहां पहुंच कर पुनः यातनाएं मिलना शुरू हो जाती हैं, पति दीपक के साथ साथ ननद भी मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।