आगरा। एससी एसटी एक्ट को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद पूरे दिन भर चले बवाल आगजनी तोड़फोड़ देर शाम तक शांत हो गई। एसएसपी अमित पाठक और प्रभारी जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार इस पूरे मामले में मोर्चा संभाला। आगजनी और तोड़फोड़ के बाद पुलिसकर्मियों ने जैसे ही प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो उसी दौरान दलित समाज के बाहुल्य क्षेत्रों के पास PAC और क्षेत्रीय थाने की पुलिस को तैनात कर दिया गया।
शाम होते-होते मामला जैसे-जैसे शांत पड़ता चला गया तो पुलिसकर्मियों ने भी राहत की सांस ली लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अभी तक रेलवे ट्रैक को खाली नहीं किया था। बाराहखंबा रेलवे ट्रैक हो या फिर काजीपाड़े क्षेत्र से गुजरने वाली रेलवे लाइन। यहां पर देर शाम तक दलित समाज के लोग बैठे रहे और रेल के आवागमन को बाधित करते रहे। ऐसे में फिर से कोई बवाल हो जाए इसके लिये एसएसपी अमित पाठक ने RAF की टुकड़ी को बुलवा लिया और ऐसे स्थानों पर RAF तैनात कर दी गई।
एसएसपी अमित पाठक का कहना था कि प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन अब शांत होता जा रहा है लेकिन अभी भी रेलवे ट्रैक पर जो लोग बैठे हैं उन से वार्ता की जा रही है। SP रेलवे भी इस पूरे मामले में जुटे हुए हैं। बवाल ना हो लाठीचार्ज ना करना पड़े इसके लिए दलित समाज के लोगों से शांति से वार्ता कर रेलवे ट्रैक खाली कराने का प्रयास किया जा रहा है। SSP अमित पाठक का कहना था कि इस पूरी कार्रवाई में 30 से अधिक बलवाइयों को गिरफ्तार किया गया है यह ऐसे असामाजिक तत्व जो सुबह से शराब पिए हुए थे जिन्होंने दंगा भड़काया।
प्रभारी जिलाधिकारी का कहना था कि भारत बंद को लेकर ऐसी आशंकाएं थी कि बवाल हो सकता है इसलिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस बल तैनात ना होता तो बवाल बढ़ सकता था। फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है और यथावत स्थिति को बनाए रखने के लिए दलित बाहुल्य क्षेत्र में अत्यधिक पुलिस बल और RAF की टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं।