आगरा। सोमवार को आगरा के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों ने ऐसा प्रदर्शन कर उत्पात मचाया कि लोग सहम गए। स्कूली बच्चे स्कूलों में कैद होकर रह गए तो जिला मुख्यालय और बलवा ग्रस्त इलाकों के आसपास में रहने वाले लोग पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे। प्रदर्शनकारी से उत्पाती हुए लोगों ने आगजनी की। तोड़फोड़ की। बलवा किया और पथराव किया। प्रदर्शनकारी इस पूरे मामले में बीजेपी को जमकर घेर रहे थे। केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार पर प्रदर्शनकारियों ने गंभीर आरोप लगाए थे। मगर बलवे के 24 घंटे बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अपने तरकश से तीर निकाल दिए हैं और शब्द बाणों की बौछार कर दी है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को जमेवार माना है। सोमवार को जिला मुख्यालय पर SC ST मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का विरोध करने पर एकजुट हुए प्रदर्शनकारियों के उत्पात को देखकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बसपा और समाजवादी पार्टी के नेताओं को जिम्मेदार माना है। छावनी विधानसभा के विधायक डॉक्टर जी एस धर्मेश ने साफ तौर पर कहा कि उत्पात मचाने वाली भीड़ के पीछे बसपा के नेता शामिल थे। जो सामने नहीं आए। मगर यह पूरा उत्पात और बलवा बसपा की ओर से फाइनेंस किया गया था। इस बलवे पर विधायक डॉक्टर धर्मेश का कहना है कि पुलिस द्वारा लिखे गए मुकदमे में वो लोग जेल जाएंगे जिन लोगों ने प्रदर्शन किया। मगर बसपा के नेता भी जेल जाने चाहिए जिन लोगों ने पीछे से प्रदर्शनकारियों को सपोर्ट किया और बलवे को फाइनेंस किया। इस घटना के पीछे बसपा नेताओं को जिम्मेदार ठहराया और पुलिस प्रशासन से उन पर कार्यवाही की मांग की है।
आगरा में हिंसक आंदोलन के बाद एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगे तो वहीं 24 घंटे बाद भाजपा ने बसपा और समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला है। यानी आगरा में हिंसक प्रदर्शन पर सियासत गरमा गई है। अब इस प्रदर्शन को सियासी रुप दिया जा रहा है। भाजपा बसपा और सपा पर हमलावर हो गई है। BJP के महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे ने बताया कि जब एम जी रोड पर बलवा हो रहा था। दंगा हो रहा था। तो उन लोगों को चिन्हित किया जाना चाहिए जिन लोगों ने सरकारी महकमे के पानी के टैंकरों से बलवाइयों को पानी पिलाया। उन्हें भोजन के पैकेट बटवाये और बलवे के लिए उन्हें आगे किया। भाजपा के महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे का दावा है कि इस बलवे के पीछे समाजवादी पार्टी और बसपा के नेता शामिल है। जिन पर पुलिस को 120 बी यानी साजिश का आरोपी बना कर कार्यवाही करनी चाहिए।
दंगे के पीछे गरम हुई सियासत के सियासी लोग अब अपनी तरकश से तीर निकाल रहे हैं। और इस मामले में जहां समाजवादी पार्टी का साथ बसपा दे रही है तो वहीं भाजपा ने भी बाहे चढ़ा ली है और आगामी लोकसभा चुनावों में इसे परिणाम भुगतने का दावा भी किया जा रहा है।