आगरा। प्रदेश सरकार की ओर से लगभग 35 घंटे के लगाए गए Lockdown का असर आगरा जिले में पूरी तरह से देखने को मिला। शहर की सड़कों पर पूरी तरह से सन्नाटा नजर आया तो अपनी सुरक्षा के लिए लोग भी लॉकडाउन का पालन करने के लिए घरों में ही नजर आए जरूरी सेवाओं से जुड़े हुए व्यक्ति ही सड़कों पर दिखाई दिए।
कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने और लोगों को कोरोना से बचाने के उद्देश्य को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 35 घंटे का लॉकडाउन लगा है। यह लॉकडाउन शनिवार रात से शुरू हो गया जो सोमवार सुबह तकरीबन 7:00 बजे तक रहेगा। आगरा शहर में लागू हुए लॉकडाउन को लेकर मून ब्रेकिंग की टीम ने कई जगह भ्रमण किया तो सड़कों पर सिर्फ सन्नाटा ही नजर आया। हर समय गुलजार रहने वाले भगवान टॉकीज चौराहे पर पुलिस की पिकेट के अलावा कोई नहीं दिखा तो शहर के प्रमुख बाजार बाजारों में भी बंदी पूरी तरह से दिखाई दी। किसी भी दुकान का शटर खुला हुआ दिखाई नहीं दिया।
लॉकडाउन का जायजा लेने के दौरान आगरा कैंट स्टेशन के करीब एक व्यक्ति से मुलाकात हुई। पुलिस ने उसे रोका और उसकी पूछताछ की तो पता चला कि वह नर्सिंग स्टाफ है और अपनी ड्यूटी पर जा रहा है। पुलिस ने उसका आईडी कार्ड चेक किया और उसके बाद ही उसे जाने दिया लेकिन सतर्कता बरतने के दिशा निर्देश भी दिए तो वहीं कुछ लोगों का कहना था कि लॉकडाउन के कारण उन्हें परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ रहा है लेकिन सरकार ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। 1 दिन के लॉकडाउन से लोग घरों से कम बाहर निकलेंगे जिससे संक्रमण की चैन को तोड़ने में आसानी होगी।
लॉकडाउन के दौरान बेवजह घर से बाहर घूमने वालों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसा है। हरीपर्वत चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था और लगातार चेकिंग की जा रही थी। इसी चेकिंग के दौरान बाइक व अन्य वाहनों से गुजरने वाले लोगों को रोककर लॉकडाउन में घूमने का कारण पता किया जा रहा था। ऐसे में कुछ लोग मनमर्जी और मौज मस्ती के लिए घूमते हुए नजर आए, इन सभी लोगों का पुलिस ने चालन काटा और हिदायत देकर छोड़ा कि अगर दोबारा लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए मिले तो सीधे जेल भेजा जाएगा।