आगरा। हथनी कुंड से लगातार पानी छोडे जाने के बाद फतेहाबाद क्षेत्र में यमुना का जलस्तर 2 मीटर बढ गया है जिसको देखते हुए फतेहाबाद में यमुना के समीपवर्ती गांव के लोगों की धडकनें बढ गयी है। एसडीएम फतेहाबाद अब्दुल वासिद लगातार पूरी व्यवस्था पर नजर बनाये हुए हैं। गुरूवार को भी फतेहाबाद के जोनेश्वर घाट का निरीक्षण किया जहां प्राचीन मराठा कालीन घाट की सीढियां डूब गयी है।

एसडीएम अब्दुल वासिद ने बताया कि क्षेत्र में बाढ की आपदा से बचाव के लिए 6 बाढ चौकियां बनायी गयी है तथा तहसील मुख्यालय पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। वहीं स्थानीय लेखपालों को भी अलर्ट किया गया है। एसडीएम ने गुरूवार को जोनेश्वर घाट स्थित यमुना नदी का निरीक्षण किया तथा आस पास के ग्रामीणों को चेतावनी दी कि यमुना का जलस्तर बढ रहा है तो उसमें तैराकी न करे। कुछ युवाओं की यमुना में छलांग लगाने की सूचनाओं पर उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे ऐसा काम करने से बच्चों को रोके।
फतेहाबाद क्षेत्र के 26 गांव बाढ प्रभावित बताये जाते है जिनमें लो फ्लड, मीडियम फ्लड, हाई फ्लड प्रभावित गांव रखे गये है। लो फ्लड प्रभावित गांव में भरापुर, बमरौली, ईधौन, मढायना, मेवली कलां, गुढा मेवली खुर्द, हिमांयुपुर ईधौन है। वहीं मीडियम फ्लड प्रभावित गांव में शाहिदपुर, बरीपुरा, बेहडी, पारौली सिकरवार, बिचोला, गिदरौन तथा हाई फ्लड प्रभावित गांव में लोहारी फतेहाबाद, मेहरा चौधरी, अई, रिहावली, धनौला खुर्द, स्वारा, मुटावई, उझावली, सिकरारा, वाजिदपुर, धौर्रा, मुरावल है। हाई फ्लड प्रभावित ग्रामीणों को राहत कैम्पों में रखे जाने की व्यवस्था भी की गयी है। एसडीएम ने शंकरपुर घाट के आस पास के गांवों का भी निरीक्षण किया।