आगरा। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार आने के बाद डायल 100 से लेकर एंबुलेंस की कार्य प्रणाली में बदलाव के आसार नजर आ रहे थे मगर अभी भी कहीं-कहीं व्यवस्थाओं की कमी नजर आ रही है। सोमवार को भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया।
हरीपर्वत थाना क्षेत्र के लंगड़े की चौकी इलाके में एक रिक्शा चालक को अज्ञात वाहन ने रौंद दिया। घायल सड़क पर इलाज को तड़पता रहा। लोग तमाशबीन बने रहे। खून से लथपथ रिक्शा चालक की मदद के लिए कुछ लोग आगे आए। डायल 100 एंबुलेंस के अलावा इलाकाई पुलिस को सूचना दी गई मगर कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। ईलाज में देरी के चलते आक्रोशित लोग रिक्शा चालक को घायल अवस्था में रिक्शे पर ही लेटा कर निजी अस्पताल लेकर पहुंचे।
बात इतनी होती तो भी गनीमत थी। निजी अस्पताल के संचालक ने भी एंबुलेंस देने से साफ इंकार कर दिया। खून से लथपथ ईलाज को तड़पता रिक्शा चालक को लेकर रिक्शे से लोग आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां उसका ईलाज शुरू कराया गया मगर घटनास्थल से लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज तक घायल को रिक्शे में ले जाते हुए वीडियो सबके सामने आया है। जो एंबुलेंस से लेकर प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलता नजर आ रहा है।
यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी तमाम बार ऐसे ही हुआ। जहां सड़क पर सड़क हादसे के बाद मानवता शर्मसार हुई। इंसानियत तार-तार हुई और लोग मूकदर्शक बने रहे। इस वीडियो के बाद यह भी सा यह भी साफ हो गया है कि आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जिनके दिलो-दिमाग में इंसानियत और मानवता खत्म हो चुकी है।