Agra. राजनीतिक पार्टियों में समाज को तवज्जो न मिलने से उनके जनप्रतिनिधि विधानसभा और लोकसभा में नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसको लेकर अब वैश्य समाज ने अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो गए है। इस आह्वान के साथ अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद की ओर से 12 दिसम्बर को एमडी जैन इंटर कॉलेज में विशाल वैश्य महाकुम्भ होने जा रहा है। इस वैश्य महाकुंभ की जानकारी की एक प्रेसवार्ता के दौरान दी गयी।
40 दिवसीय वैश्य राजनीतिक अधिकार रथयात्रा पहुंचेगी आगरा
अपने राजनीतिक अधिकारों और अधिक से अधिक पार्टी प्रत्याशियों की मांग को लेकर अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद की ओर से यह राजनीतिक अधिकार रथ यात्रा की शुरुआत की गई है। इस रथ यात्रा का नेतृत्व परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुमंत गुप्ता कर रहे हैं। 12 दिसंबर को यह रथयात्रा आगरा पहुंचेगी। एमडी जैन इंटर कॉलेज में भव्य स्वागत और एक जनसभा का आयोजन किया जाएगा।
भाजपा के लिए बढ़ेगी मुश्किले
चुनाव के दौरान वैश्य समाज ने अपने अधिकारों और राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने के लिए जो बिगुल फूंका है। उसका सबसे ज्यादा असर तो भाजपा पर पड़ने वाला है, क्योंकि भाजपा पार्टी को वैश्यों की पार्टी कहा जाता है। ऐसे में अगर अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के बैनर तले वैश्य समाज ने जो मांग उठाई है, अगर वह पूरी नहीं होती तो उसका असर विधानसभा चुनाव में साफ देखने को मिलेगा।
106 विधानसभा सीटों पर वैश्य प्रत्याशी उतारने की मांग
परिषद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव विनय अग्रवाल का कहना है कि 106 विधानसभा सीट ऐसी है जो वैश्य बाहुल्य है। हर राजनैतिक पार्टी से इन सीटों पर वैश्य समाज के प्रत्याशियों को उतारने की मांग की जा रही है। जो पार्टी वैश्य समाज की इस मांग का समर्थन करेगा। चुनाव में पार्टी उसी का साथ देगी।
अपने अधिकारों के लिए भरी है हुंकार
संयोजक मुरारीप्रसाद अग्रवाल ने बताया कि यह पहली बार ऐसा हो रहा है जब वैश्य समाज भी अपने राजनीतिक अधिकारों के लिए लामबंद हुआ है। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमन्त गुप्ता के नेतृत्व में 40 दिवसीय वैश्य राजनीतिक अधिकार रथयात्रा विभिन्न शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए ताजनगरी पहुंचेगी, जिसका भव्य स्वागत किया जाएगा।
Comments are closed.