मथुरा। मथुरा के राया सादाबाद रोड पर मदेंम गांव के पास उस समय हा-हाकार मच गई जब बारातियों से भरी बस ने ईंटो से भरे ट्रेक्टर में पीछे से जबरदस्त टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई वहीं दर्जन भर से अधिक बाराती घायल हो गए। मौके पर पुलिस और एम्बुलेंस को मदद के लिए फ़ोन किया लेकिन दोनों ही विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली।
घटना बीती रात बुधवार की है। बस के ट्रेक्टर में घुसते ही लोगों की चीख पुकार मचने लगी जिसे सुनकर राहगीर लोगो की सांस थम गई। आनन-फानन में लोगों की भीड़ जमा हो गयी और घटनास्थल पर गाड़ियों में फँसे लोगों की मदद में जुट गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक एक्सीडेंट के मौके पर ही 4 लोगों ने दम तोड़ दिया जिसमें एक 8 साल की मासूम बालिका भी शामिल थी। मदद के दौरान लोगों के हाथ-पांव तब फूल गए जब अपने हाथों से गाड़ी में फंसे मृतक मासूम बालिका के शव को बाहर निकाला गया।
एक के बाद एक जैसे ही एक्सीडेंट में मरे हुए और घायल लोगों को बाहर निकाला गया वैसे ही उनके परिजनों की चीख पुकार मचने लगी। यह दृश्य दिल दहलाने वाला था। वहां मौजूद क्षेत्रीय लोगों ने कभी पुलिस को सूचना दी तो घायलों के उपचार को एंबुलेंस सेवा के लिए फोन लगाया लेकिन एक डेढ़ घंटे तक पुलिस और एम्बुलेंस के न पहुँचने से घटनास्थल पर अफरा तफरी और चीख पुकार का माहौल रहा।
काफी समय बीत जाने पर भी पुलिस और एम्बुलेन्स मौके पर नही पहुँची जिससे बमुश्किल लोगों ने घायलों को बाइक से अस्पताल पहुचाया। ईलाज में देरी के चलते एक बच्चा और एक महिला सहित 4 लोगों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन के करीब लोग घायल हो गए। एम्बुलेन्स और पुलिस के घटना पर देरी से पहुँचने पर लोगो में काफ़ी आक्रोश व्याप्त था।
इस घटना में दर्जनों घायल लोग जिला अस्पताल में आये जहां उनको इलाज तक मुहैया नहीं हुआ। जीता जागता प्रमाण देखने को मिला कि बेहोशी की हालत में घायल को उसके परिजन मोटर साइकल पर बैठाकर ले गए जबकि घायल को लगी ड्रिप को पीछे पकड़े युवक ने अपने हाथों से पकड़ रखा था। क्षेत्रीय लोग गुस्सा जाहिर कर रहे थे कि क्या यही योगी सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का वादा किया था।