हाईटेक चोरों ने बरेली में ट्रांसफार्मर में चिप लगाकर करीब तीन करोड़ की बिजली चोरी को अंजाम दे डाला। गुरुवार को जिले में ट्रांसफार्मर में चिप लगाकर सेंधमारी की इस घटना का खुलासा हुआ। बता दें ट्रांसफार्मर में चिप लगाकर बिजली चोरी करने का यह पहला मामला सामने आया है, जिसे देखकर अधिकारियों के भी होश उड़ गए।दरअसल बरेली जिले के बहेड़ी में राइस मिल को चलाने के लिए ट्रांसफार्मर से छेड़छाड़ करते हुए बिजली चोरी की जा रही थी।जब यह मामला पकड़ा गया तो बिजली विभाग के अधिकारियों ने उपभोक्ता पर मुकदमा पंजीकृत करने के साथ-साथ 3 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने की तैयारी शुरू कर दी।
दरअसल आपको बता दें कि बहेड़ी की बिस्मिल्लाह राइस मिल में काफी लंबे समय से खपत से कम बिजली बिल आ रहा था।इस बात की शिकायत कई लोगों ने की और राइस मिल के खिलाफ चोरी की शिकायत भी दर्ज कराईं।इसी क्रम में बिजली निगम के अधिकारी पिछले दो महीने से राइस मिल पर बराबर नजर बनाए हुए थे।जांच पड़ताल में मीटर की एमआरआई के दौरान देखा गया कि दिन में कई घंटों तक रीडिंग शून्य रहती है। इसके बाद अधिकारियों का शक यकीन में बदल गया और अधीक्षण अभियंता तारिक जलील ने बुधवार देर शाम को ही अधिकारियों के साथ बैठक कर राइस मिल पर छापेमार कार्रवाई की कार्ययोजना बनाई। छापे की सूचना कहीं लीक न हो जाए इसलिए बहेड़ी के अधिकारियों को इस पूरे मामले से अलग रखा गया। जब छापेमार कार्रवाई की गई तो केबल में किसी प्रकार का कट नहीं मिला लेकिन जब पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर को जांचा गया तो चिप लगी हुई मिली जो मीटर रीडिंग को कंट्रोल कर रही थी।
जांच टीम में शामिल अभियंताओं का कहना है कि राइस मिल संचालक ने पोटेंशियल ट्रांसफॉर्मर पर डिवाइस लगा रखी थी। यह डिवाइस राइस मिल के मेन और डबल दोनों मीटर की रीडिंग नियंत्रित कर सकती है। संचालक दिन में कुछ समय के लिये डिवाइस के जरिए मीटर को बंद कर देता है। उस दौरान मिल चालू होने के बावजूद मीटर रीडिंग में इजाफा नहीं होता।
फिलहाल अधिकारियों को 260 केवी के लोड के कनेक्शन पर करोड़ों की बिजली चोरी की आशंका है। अभी प्राथमिक जांच में 2.5 से तीन करोड़ रुपए तक के जुर्माने का आंकलन है जो कि बढ़ भी सकता है। हालांकि इस मामले में राइस मिल संचालक के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा पंजीकृत कराया जायेगा।