Agra. विधानसभा चुनाव बड़ा ही रोचक हो चला है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा के एक परंपरागत वोट बैंक ने उन्हीं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यह परंपरागत वोट बैंक वाल्मीकि समाज का है जिसने उपेक्षा के चलते अब भाजपा का साथ छोड़ दिया है और भाजपा के विरोध में खड़ा हो गया है। वाल्मीकि समाज के विरोध में खड़े हो जाने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। वाल्मीकि समाज ने दो टूक शब्दों में कहा कि इस बार भाजपा को छोड़कर सभी को वोट दिया जाएगा।
वाल्मीकि समाज के पंचों द्वारा हाल ही में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में समाज किस ओर अपना रुख करेगा। इसको लेकर रणनीति तैयार की गई। बैठक के दौरान वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना था कि कांग्रेस महासचिव ने वाल्मीकि समाज को सम्मान दिया है। उन्होंने खुद आकर समाज का प्रत्याशी मांगा और सिकंदर वाल्मीकि को प्रत्याशी बनाया है। इसीलिए समाज छावनी विधानसभा सीट पर तो सिकंदर वाल्मीकि का पूरा साथ देगा तो वहीं दक्षिण विधानसभा पर रवि भारद्वाज का साथ देगा। रवि भारद्वाज एक सरकारी नौकर थे और नौकरी छोड़ कर वो चुनाव लड़ रहे है। निगम कर्मचारियों से उनका अच्छा संपर्क है और वाल्मीकि समाज के लिए वो हमेशा खड़े रहे हैं।
वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि वाल्मीकि समाज किसी का बंधुआ वोट बैंक नहीं रहा है। भाजपा को उन्होंने जितना समर्थन किया उन्हीं के शासन काल में सबसे ज्यादा शोषण वाल्मीकि समाज का हुआ। अब शोषण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए समाज तैयार हो गया है।