Agra. महिला श्रमिकों को कुशल श्रमिक बनाने के लिए एक बार फिर से उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन ने कवायदें करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन ने बीडव्लूआई के सहयोग से एक बार फिर कार्यशाला की शुरुआत की है। यह कार्यशाला 5 दिनों तक चलेगी। जिसकी शुरुआत मंगलवार से शुरू हो गयी। इस कार्यशाला में श्रमिक महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाने के लिये विभिन्न कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पेंटिंग-वॉल पुट्टी का प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन की ओर से चल रही पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के अंतर्गत श्रमिक महिलाओं को पेंटिंग और वॉल पुट्टी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से वो कुशल श्रमिक बनेगी और पुरुषों के समान ही कार्य कर सकेगी।
वोकेशनल ट्रेनिंग के साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
5 दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला के अंतर्गत महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। वोकेशनल ट्रेनिंग के माध्यम से श्रमिक महिलाओं को पेंटिंग और वॉल पुट्टी करने के बारे में बताया जाएगा, साथ ही पेंटिंग और वॉल पुट्टी करने के दौरान क्या क्या सावधानियां बरतनी है इसकी भी जानकारी दी जाएगी। प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के दौरान श्रमिक महिलाओं को पेंटिंग वॉल पुट्टी कैसे करनी है, उसके तरीके भी सिखाए जाएंगे जिससे वह पूरी तरह से इस कार्य को करने में सक्षम हो सकें।
समान वेतन-काम दिलाना प्राथमिकता
उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने बताया कि बीडब्ल्यूआई के सहयोग से एक बार फिर श्रमिक महिलाओं को कुशल श्रमिक बनाने के लिए कार्यशाला की शुरुआत की गई है। इस कार्यशाला के माध्यम से श्रमिक महिलाओं के हुनर को और ज्यादा निखारना है, साथ ही पेंटिंग और वॉल पुट्टी करने के तरीके बताने हैं। यह दोनों ऐसे काम है जिसे आसानी से किया जा सकता है। संस्था का सिर्फ यही उद्देश्य है कि श्रमिक महिलाओं को भी पुरुषों के समान काम और वेतन दोनों मिले जिससे वह अपने परिवार के भरण-पोषण में पति के कदम से कदम मिला कर चल सकें।