कोरोना महामारी (Covid-19) के चलते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की हाईस्कूल ( Highschool) और इंटरमीडिएट (Intermediate) कक्षाओं की इस वर्ष की परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। वहीं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा मूल्यांकन की रणनीति तैयार की जा रही थी। बहरहाल अब यह रणनीति तैयार हो चुकी है जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( UP CM) ने मंजूरी भी दे दी है।
बोर्ड परीक्षाओं के रद्द किये जाने के बाद गैर-परंपरागत एवं वैकल्पिक तौर पर यूपी बोर्ड रिजल्ट 2021( UP Board Result) तैयार किये जाने के लिए मूल्यांकन की सीमाएं उत्तर प्रदेश द्वारा घोषित कर दी गई हैं। राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने रविवार 20 जून 2021 की शाम को आधिकारिक रूप से यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट रिजल्ट तैयार किए जाने का फार्मूला जारी किया।उप- मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, “छात्रहित में उ.प्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की कक्षा-10 व 12 की बोर्ड परीक्षा के परीक्षाफल का शिक्षा क्षेत्र से जुडे जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविदों,प्रधानाचार्य परिषद,शिक्षकसंघों, अभिभावक संघों, हित धारकों से राय प्राप्त कर, 11सदस्यीय समिति द्वारा प्रक्रिया का निर्धारण किया गया है।”
उप-मुख्यमंत्री ने आगे यूपी बोर्ड रिजल्ट 2021 फॉर्मूला साझा करते हुए कहा कि इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा के लिए दोनों ही कक्षाओं को मिलाकर कुल 56,04,628 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। इनमें से 29,94,312 स्टूडेंट्स हाई स्कूल के लिए और 26,10,316 स्टूडेंट्स इंटरमीडिएट के लिए पंजीकृत हैं। साझा की गई मूल्यांकन विधि में उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि बोर्ड एग्जाम 2021 का रिजल्ट इस फार्मूले के आधार पर तय किया जाएगा। बता दें इस फॉर्मूले के मुताबिक इंटरमीडिएट का रिजल्ट हाईस्कूल परीक्षा के 50 फ़ीसदी, कक्षा 11 के वार्षिक एवं अर्धवार्षिक परीक्षा के 40 फ़ीसदी ,कक्षा 12 के प्री बोर्ड के 10 फ़ीसदी अंकों को जोड़कर तैयार किया जाएगा। वहीं हाई स्कूल रिजल्ट 2021 कक्षा 9 के 50 फ़ीसदी अंकों , कक्षा 10 के प्री बोर्ड के 50 फ़ीसदी अंकों को जोड़कर निर्धारित किया जाएगा।
हालांकि इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा फैसला लिया गया है कि इस वर्ष यूपी बोर्ड मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी। छात्रों को एक सहूलियत भी दी गई है कि अगर वे इंटरनल एसेसमेंट आधारित यूपी बोर्ड रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होते तो बिना किसी परीक्षा शुल्क के अगली बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होने का अवसर दिया जाएगा।