उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election 2022) में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितम्बर को अलीगढ़ से उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही डिफेंस कॉरिडोर का भी उद्घाटन करेंगे।
यूपी में अगले साल चुनाव होने हैं और बीजेपी (BJP) को सभी वर्गों को लुभाने की कोशिश में जुट गई है। प्रधानमंत्री मोदी जिस यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखेंगे, उससे जाट से लेकर छात्रों तक को लुभाने की कोशिश होगी। महाराजा महेंद्र प्रताप सिंह एक जाट नेता थे, जिन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए जमीन दान दी थी। यूनिवर्सिटी की रिकॉर्ड के मुताबिक, राजा महेंद्र प्रताप ने 1929 में 1.221 हेक्टेयर (3.04 एकड़) की जमीन 2 रुपये सालाना दर से लीज पर दी थी।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह को जिन्ना का घोर विरोधी माना जाता है। यही कारण है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राजा महेंद्र प्रताप सिंह का कोई भी जिक्र नहीं है। वहीं योगी आदित्यनाथ सरकार ने वर्ष 2019 में राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़ में नया विश्वविद्यालय स्थापित करने का भरोसा दिलाया था। कई विवादों के बीच योगी सरकार (Yogi Government) ने राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाने का फैसला लिया। यूपी कैबिनेट में पहले एक प्रस्ताव पास किया गया और फिर 25 नवंबर 2020 को अध्यादेश लाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अलीगढ़ का दौरा किया था और वहां बनने वाली राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के प्रस्तावित मॉडल को देखा था।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी में स्किल डेवलपमेंट समेत कई वेकेशनल कोर्सस भी होंगे और इससे हाथरस, कासगंज, इटा समेत कई जिलों के 100 से ज्यादा कॉलेजों को जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के शिलान्यास के बाद कॉलेजों को राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी को कॉलेजों से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।