Home » कानपुर के उद्यमियों के लिए यूएई ने खाेले व्यापार के द्वार, खाड़ी देशाें से यूरोप तक व्यापारिक विस्तार का समर्थन

कानपुर के उद्यमियों के लिए यूएई ने खाेले व्यापार के द्वार, खाड़ी देशाें से यूरोप तक व्यापारिक विस्तार का समर्थन

by pawan sharma
  • एसोचैम ने आयोजित की लैंडमार्क होटल में कानपुर के उद्यमियों की यूएई से आए प्रतिनिधियों के साथ वन-टू-वन बी2बी बैठक
  • एसएआइएफ जोन ने संयुक्त अरब अमीरात के माध्यम से भारतीय कंपनियों के लिए वैश्विक विस्तार के अवसरों का प्रदर्शन किया
  • दो दिवसीय बैठकों में जुड़े गहरे व्यापारिक संबंध, कानपुर का उद्योग अब पकड़ेगा रफ्तार, प्रमुख उद्यमियों ने जताई सहमति

कानपुर। भारतीय उद्योग जगत को वैश्विक साझेदारी के साथ मजबूती प्रदान करने के उदृेश्य से एसोसिएट चैंबर्स आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री आफ इंडिया (एसोचैम) ने यूएई से आए प्रतिनिधिमंडल के साथ वन टू वन बी टू बी बैठकें आयोजित कीं।

दो दिवसीय बैठक में शारजाह एयरपोर्ट इंटरनेशनल फ्री जोन (एसएआईएफ जोन), शारजाह सरकार, संयुक्त अरब अमीरात के एक प्रतिनिधिमंडल को शामिल किया गया। कानपुर उद्योग जगत की प्रमुख संस्था बीएनआई कानपुर, चमड़ा निर्यात परिषद, लघु उद्योग भारती, मर्चेंट्स चैंबर ऑफ उत्तर प्रदेश और टीआईई उत्तर प्रदेश के सहयोग से आयोजित बैठकों का उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से भारतीय कंपनियों की वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करना था।

एसोचैम के डिप्टी डायरेक्टर इरफान आलम ने बताया कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच हुआ मई 2022 में व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को गहरा करने में एक गेम-चेंजर रहा है। दोनों देशों के व्यवसाय पहले से ही समझौते के तहत शुल्क छूट लाभ उठा रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप द्विपक्षीय व्यापार और दो-तरफा निवेश प्रवाह में वृद्धि हुई है।

दो दिवसीय आयोजन में हुयी चर्चाओं ने कानपुर के व्यवसायों को भारत-यूएई सीईपीए के लाभों कैसे प्राप्त किया जा सकता है इस पर जानकारी दी गयी। इसमें यूएइ में उद्योग की शाखाएं स्थापित करने के अवसर भी शामिल थे। बताया गया कि कैसे यूएई को लॉन्चपैड के रूप में स्थापित करके, भारतीय कंपनियां खाड़ी, अफ्रीका, यूरोप और उससे आगे के बाजारों में निर्बाध रूप से विस्तार कर सकती हैं। एसएआईएफ जोन का प्रतिनिधित्व करने वाले अली अल मुतावा ने यूएइ और व्यापक जीसीसी क्षेत्र में भारतीय निर्यातकों के लिए आकर्षक संभावनाओं पर जोर दिया। कहा कि यूएइ और अन्य खाड़ी बाजारों में भारतीय उत्पादों की उच्च मांग है। सीईपीए के साथ, संयुक्त अरब अमीरात ने एक अग्रणी पुनः निर्यात केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। एसएआइएफ ज़ोन प्रोत्साहन और अवसरों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। जो उद्यमी विश्व स्तर पर अपने उद्योग का विस्तार करना चाहते हैं उनके लिए ये एक प्रवेश द्वार होगा। सहयोग की अपार संभावनाओं को देखते हुए 70 से अधिक कंपनियों ने बैठकों में भाग लिया।

Related Articles

Leave a Comment