आगरा। सरकार की उदासीनता के चलते किसान की स्थिति दयनीय बानी हुई है। कर्ज के चलते किसान आत्महत्या तक कर रहा है। सरकार की ओर से कोई मदद न होने के बाद भी किसान अपनी खेती करने में लगा हुआ है लेकिन किसानों के घाव पर खनन माफिया नमक छिड़कने का काम कर रहे है।
बाह के थाना मंसुखपुरा के पलोखर गांव में अवैद्य बालू खनन कर रहे खनन माफियाओं और उनके ट्रैक्टरों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने जाल बिछाया और उनका पीछा किया। इस बीच वन टीम और खनन माफियाओं का आमना सामना होने पर खनन माफियाओं ने अपनी जान बचाने के लिए ट्रैक्टरों को खेतो में दौड़ा दिये। ट्रैक्टरों के खेत में दौड़ने से किसानों की कई बीघा गेंहू की खेतीें बर्बाद हो गयी।
सुबह किसानों के खेत में पहुचने पर बर्बाद हुई फसल के बारे में पता चला। गेहूँ की पक्की फसल बर्बाद देख कई किसानों को घेहरा आघात लगा है। बर्बाद फसल को देख किसान एकजुट हो गए और जमकर हंगामा काटा। किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुँच गयी और किसानों को शांत कराया।
किसानों ने प्रशासन से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग उठाई। किसानों का कहना था कि आए दिन खनन माफिया फसल को रोंद देते है। वन विभाग दिखावे की कार्यवाही करता है तो क्षेत्रीय पुलिस भी कुछ नहीं करती है।