आगरा। विश्व हिंदू परिषद ‘दुर्गा वाहिनी’ के शौर्य प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं और युवतियों को अपनी रक्षा स्वयं करने के गुण सिखाये जा रहे है। इस प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं और युवतियों को कराटे के साथ साथ दंड चलाने और शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस दौरान शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग ले रही महिलाओं और युवतियों के चेहरे पर अलग ही भाव नजर आ रहा था।
एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के फाउंड्री नगर स्थित जगदम्बा डिग्री कॉलेज में विश्व हिंदू परिषद् दुर्गा वाहिनी का सात दिवसीय शिविर चल रहा है। इस शिविर में महिलाओं को भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत किया जा रहा है तो वहीं असामाजिक तत्वों से कैसे निपटा जाये यह भी सिखाया जा रहा है। इतना ही नहीं कभी शस्त्र उठाने की आवश्यकता पड़ जाए तो युवतियां और महिलायें उसमें भी पीछे न रहे इसलिये उन्हें हर प्रकार से दक्ष किया जा रहा है ।
इस शिविर में आगरा और आस पास के जिलों से सौ से अधिक युवतियां शामिल हुई है। जिन्हें आत्मरक्षित बनाने की जिम्मेदारी दुर्गा वाहिनी ने ली है। शिविर में युवतियां लाठी, बन्दूक चलाना सीखकर अपने शौर्य को बढ़ा रही हैं तो जूडो कराटे के साथ साथ योग सिख कर अपने शरीर को मजबूत बना रही है।
दुर्गा वाहिनी के पदाधिकारियों का कहना है कि शिविर में ट्रेनिग ले रही सौ से अधिक युवतियों को चार भागों में बांटा गया है जिससे अलग अलग प्रकार से ट्रेनिग दी जा रही है। ताकि आपातकालीन स्थिति में स्वयं की रक्षा के लिये खड़ी हो सकें।
शिविर में आयी युवतियों का कहना है कि कभी हम कहीं मुसीबत में फंस जाये तो खुद की रक्षा कर करने में यह ट्रेनिंग काम आएगी। क्योंकि सभी जगह तो हमारे भाई-पिता साथ नहीं हो सकते हे और सरकार की वीमेन हेल्प लाइन या एंटी रोमियो टीम एक दम नहीं आती है या कभी कभी तो फ़ोन भी नही उठता है। ऐसे में जब तक पुलिस आएगी तब तक तो हमारे साथ कुछ भी गलत हो सकता है। इसीलिए तो हम आत्मरक्षा की ट्रेनिग ले रहे हे ताकि हम खुद की रक्षा कर सकें।
इस शिविर में ट्रेनिंग ले रही महिलाओं के कौशल और कड़ी मेहनत से कहा जा सकता है कि यह युवतियां लड़कों से किसी भी तरह से पीछे नहीं है। शस्त्र चलाने की सीखने की ललक इन में साफ नजर आ रही है। इससे साफ होता है कि देश भक्ति की भावना के साथ-साथ आत्मनिर्भर और आत्म रक्षित होने का जुनून इन युवतियों में कूट कूट कर भरा हुआ है।