मथुरा। उत्तर प्रदेश सरकार की गलत नीतियों व मंदिर अधिग्रहण के विरोध में अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा 4 फरवरी को बिगुल फूंकने की तैयारी कर रही है जिसमें देशभर से तीर्थ पुरोहित गोवर्धन पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
गोवर्धन में श्राइन बोर्ड और मंदिर अधिग्रहण की जो कार्यवाही पिछले कई दिनों से लगातार चली आ रही है। उसी के तहत तीर्थ पुरोहितों ने भी उनके साथ मिलकर सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि मंदिरों का अधिग्रहण किया जा रहा है वह उचित नहीं है। इसका हम सभी लोग विरोध करेंगे। अगर सरकार के द्वारा इस पर विचार नहीं किया गया तो श्राइन बोर्ड और तीर्थ पुरोहित मिलकर आंदोलनात्मक प्रक्रिया अपनाएंगे।
इसी मुद्दे को लेकर श्रीधाम गोवर्धन में 4 फरवरी 2018 को धरने प्रदर्शन का कार्यक्रम तय किया गया है जिसमें समस्त ब्रजमंडल के और देश से आने वाले पुरोहित एकत्रित होंगे। वहीं पर आगे के प्रोग्राम की रुपरेखा तैयार की जाएगी कि या तो सरकार इस निर्णय को वापस लेना होगा, नहीं तो हम लोग जन आंदोलन के रूप में आगे आएंगे। किसी भी कीमत पर मंदिर अधिग्रहण नहीं होने दे दिए जाएंगे। अगर सरकार द्वारा इस पर जल्दी निर्णय नहीं लिया गया तो सभी धामों से अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के पदाधिकारी और संपूर्ण पुरोहित लामबंद होकर इस निर्णय का विरोध करेंगे।
तीर्थ पुरोहितों का कहना था कि सरकार को चाहिए कि जो मंदिर है वह धार्मिक स्थान है। उनकी देखरेख बढ़िया स्तर से होनी चाहिए। वहां की सुविधाओं के बारे में सरकार को सोचना चाहिए जिससे वहां की समस्याएं दूर हो। जो मंदिर में सेवायत है उनके हितों को ध्यान में रखते हुए अधिग्रहण जैसे कदम ना उठाएं। अगर सरकार इस तरीके से अधिग्रहण की बात करती है तो हम इसका विरोध करते हैं।
इतना ही नहीं पुरोहितों ने सरकार से जवाब मांगा है कि ऐसे कौन-कौन से स्थान हैं जिन पर अधिकरण की बात की जा रही है। पहले हमें यह बताएं अगर नहीं बताते हैं तो हम इसका भरपूर विरोध करेंगे। 4 तारीख को इस पर निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या करना है जबकि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री मथुरा आने वाले हैं उनके विरोध में भी रूपरेखा तैयार की जाएगी।