आगरा। डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अधिकतम पारदर्शिता और पूर्ण उत्तरदायित्व के साथ शैक्षिक वर्ष 2020-21 की मुख्य परीक्षाओं के संचालन हेतु प्रयासरत है। कुलपति ने विस्तार से पत्रकारों को अवगत कराते हुए कहा कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन हेतु विश्वविद्यालय द्वारा क्या क्या प्रयास किए जा रहे हैं और कैसे व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी बनाया जा रहा है। वार्ता में कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा मुख्य परीक्षाओं के संचालन के संबंध में लिए गए प्रमुख निर्णयों से पत्रकारों को अवगत कराया।
प्रमुख निर्णय इस प्रकार रहे –
विश्वविद्यालय ने नकल कराने वाले और परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न करने वाले महाविद्यालयों के खिलाफ कड़ा फैसला लिया है। कृष्णा कॉलेज बमरौली कटारा, बौहरे नारायण सिंह आर्य महाविद्यालय गढ़ी खांडा बलदेव (मथुरा) और ममता डिग्री कॉलेज , सादाबाद रोड जलेसर, एटा से संबंध विद्यार्थियों के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे। इन सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को केवल एक परीक्षा और देनी होगी इन केंद्रों पर। अगली परीक्षा में इन सभी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के सचल दस्तों और कर्मचारियों द्वारा यह अवगत कराया जाएगा कि उनकी अगली परीक्षा किस महाविद्यालय में होगी। ऐसा निर्णय छात्र हित में लिया गया है, जिससे सभी विद्यार्थियों तक समुचित रूप से सूचना पहुंच जाए। एक भी छात्र अगली परीक्षा से वंचित न रह जाए।
न केवल उपर्युक्त 3 महाविद्यालयों के परीक्षा केंद्र बदले जाएंगे अपितु इन महाविद्यालयों के प्रकरणों पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए इन्हें यू.एफ.एम. कमेटी से डिबार भी कराया जाएगा।
इसके अतिरिक्त भी जिन परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्थाएं संज्ञान में आ रही हैं, उन पर भी विश्वविद्यालय अपनी पूरी निगरानी रखे हुए हैं। नियंत्रण कक्ष से समन्वय बनाकर आवश्यकतानुसार वहां सचल दल भेजे जा रहे हैं। जहां पैसा फेंके जाने की शिकायत प्राप्त हुई है, ऐसे महाविद्यालयों के विरुद्ध भी विधिक कार्यवाही प्रक्रिया में है ।
कुलपति प्रो. राय ने कहा कि संभवत: किसी विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सचल दल ने कॉलेज द्वारा जबरदस्ती फेंके गए पैसे विश्वविद्यालय में जमा कराए हों।