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आगरा एसएन में कोरोना संक्रमण फैलने का यह था कारण, लखनऊ टीम रिपोर्ट में हुआ ख़ुलासा

by admin

आगरा।  उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना के तेजी से बढ़ते आंकड़ों के बीच सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज यानी एसएनएमसी कोरोना संक्रमण का एक बड़ा केंद्र निकल कर सामने आया था। एसएन में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सक और स्टाफ के साथ लैब टेक्नीशियन भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे थे। एसएन में कोरोना संक्रमण को रोकने और इसके फैलने का पता लगाने के लिए लखनऊ से तीन सदस्यीय जांच टीम आगरा आई थी। इस टीम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के बाद यह खुलासा हो गया है कि आगरा एसएन में कोरोना संक्रमण क्यों फैला।

इस रिपोर्ट के मुताबिक एसएन में कोरोना संक्रमण फैलने का कारण एसएन के चिकित्सक और स्टॉफ के लिए आ रहीं पीपीई किट गुणवत्ता के मानकों पर खरी नहीं थीं। उनमें ‘एयरोसेल’ (मुहं-नाक से निकले बूंदों के कण) रोकने की क्षमता नहीं थी। पीपीई किट साइज भी छोटा था। लिहाजा इन्हें अस्वीकार कर दिया गया है। सभी 1500 किटें वापस भेजी जाएंगी। इनके बदले नई किट मंगाई जा रही हैं। 

टीम की रिपोर्ट के आधार पर एसएनएमसी प्रबंधन को कसा गया था। सुरक्षा साधनों का इस्तेमाल करने की नसीहत दी गई थी। इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो शासन ने प्राचार्य समेत अस्पताल के तमाम जिम्मेदारों को बदल दिया। नई टीम ने अब कमियों की खोजबीन शुरू कर दी है। पता चला है कि एसएनएमसी भेजी गईं पीपीई किट गुणवत्ता के लिहाज से ठीक नहीं थी। कई डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ ने भी इसकी शिकायत की थी। किटों को जांचा गया तो शिकायत सही पाई गई। एसएन प्रबंधन ने इस मामले में डीएम को रिपोर्ट दी है। उन्होंने तत्काल किट बदलवाने का आश्वासन दिया है। 

वहीं कई सामाजिक संस्थाएं भी इस समय अस्पतालों और डॉक्टरों को पीपीई किट और एन-95 मास्क उपलब्ध करा रही हैं। एसएन प्रबंधन इन्हें स्वीकारने से पहले परीक्षण करेगा। डब्ल्यूएचओ के मानकों के मुताबिक परखा जाएगा। अब डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की जान जोखिम में नहीं डाली जाएगी।

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