आगरा। उत्तर भारत का सबसे बड़ा माहोत्सव जिसे संपन्न करने की जिम्मेदारी रामलीला कमेटी और क्षेत्रीय जनकपुरी कमेटी की होती है लेकिन विजय नगर जनकपुरी कमेटी को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। जनकपुरी कमेटी को लेकर विजयनगर के वाशिंदे दो धड़ों में बट चुके हैं तो तीसरा गुट भी इस लड़ाई में अपनी रोटियां सेकने को तैयार हैं। जनकपुरी कमेटी को लेकर चल रहे विवाद को लेकर स्वाभिमान बचाओ समिति की ओर से पूरे विजयनगर में कुछ पोस्टर लगाए गए हैं जिसके माध्यम से नया विवाद खड़ा हो गया है।
इन पोस्टरों में साफ लिखा है कि राजनीतिक दलों से जुड़े लोग पूर्व व वर्तमान पार्षद, सांसद और विधायकों को जनकपुरी कमेटी से दूर रहने की अपील की है। इस पोस्टर के माध्यम से दर्शाया गया है कि जनकपुरी कमेटी को लेकर जो विवाद चल रहा है उससे विजय नगर वासियों की साख पर बट्टा लग रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूरे विजय नगर कॉलोनी में लगे इन पोस्टरों को लेकर रामलीला कमेटी के महामंत्री से अनुमोदित जनकपुरी कमेटी के अध्यक्ष समीर चतुर्वेदी का कहना था कि यह पोस्टर किसने लगाए हैं इसकी जानकारी किसी को नहीं है लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए इस कृत्य को अंजाम दे रहे हैं।
जनकपुरी कमेटी के अध्यक्ष समीर चतुर्वेदी का कहना है कि इस विवाद को लेकर रामलीला कमेटी गंभीर है और 12 जुलाई तक इस विवाद का अंत हो जाएगा जो रामलीला कमेटी तय करेगी वह सर्वमान्य होगा।
जिस तरह से विजय नगर क्षेत्र में पोस्टर लगे हैं उससे साफ़ है कि विजय नगर के वाशिंदे भी इस विवाद से आहत हैं।