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बीएसएफ का जवान बताकर शातिर गैंग ऐसे करता था ट्रैन में चोरी

by admin

Agra. ‘मेरा स्टेशन आने वाला है। अलग हटिये। हम लोग बीएसएफ से है। हमें निकलने के लिए जगह दीजिये’ यही कहकर शातिर चोर चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।’ इस तरह से घटना को अंजाम देने वाले शातिर गैंग के सरगना को जीआरपी आगरा कैंट ने गिरफ्तार किया है। जिसके पास से लगभग 16 लाख रुपये के सोने चांदी के आभूषण बरामद किए हैं। इसका खुलासा जीआरपी आगरा कैंट ने किया है।

जीआरपी आगरा कैंट प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि 14 फरवरी को मो. रहीश खान निवासी नवी मुम्बई द्वारा थाना जीआरपी आगरा कैट पर लिखित सूचना दी कि ट्रेन न0 12137 पंजाब मेल से उनके ट्राली बैग में रखे सोने के जेवरात को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिया है। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक रेलवे, आगरा मो मुश्ताक द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए सर्विलांस सहित 4 टीमों का गठन कर घटना के शीघ्र व सफल अनावरण हेतु दिशा-निर्देश दिए थे। इस पर टीम ने मुखबिर खास की सूचना पर रेलवे स्टेशन मथुरा जं0 से शातिर अपराधी शासी गैगं सरगना बलवान उर्फ रिषी पुत्र वलवीर को गिरफ्तार किया जिसके पास से सोने के जेवरात व नगदी बरामद की है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता

  1. बलवान उर्फ रिषी पुत्र वलवीर निवासी ग्राम मोकरा थाना महम जिला रोहतक हरियाणा उम्र 46 वर्ष हाल पता कलानौर त्रिवेणी स्कूल के पीछे शासी मौहल्ला थाना कलानौर जिला रोहतक हरियाणा

फरार अभियुक्त:-

(1) मीनू पुत्र श्रीपाल निवासी ग्राम भाटोल थाना हांसी जिला हिसार हरियाणा
(2) बच्ची पुत्र दीप चन्द उर्फ दीपा निवासी ऊगालन थाना बास जिला हिसार हरियाणा
(3)मोनू पुत्र कृष्णा निवासी घरावल थाना गोहाना जिला हिसार हरियाणा
(4) प्रवीन कुमार पुत्र रमेश निवासी ग्राम बम्बा थाना महम जिला रोहतक हरियाणा

बरामदगी का विवरण

1- सोने के आभूषण वजन करीब 280 ग्राम
2- 10150/- रूपया नगद

इस तरह देते थे घटना को अंजाम

जीआरपी आगरा कैंट प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है जिसमें वे अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रेनों के एसी कोचों में टिकट लेकर अलग-अलग राज्यो की यात्रा करते हुये चोरी की घटनाएं करते थे। यात्रा के दौरान ऐसे यात्रियो को चिन्हित करते हैं जो शादी समाराह में शामिल होने/ जेवरात लेकर यात्रा कर रहे होते हैं। ऐसे यात्रियों के पास बैठकर शातिर उनसे मेलजोल बढा लेते हैं और स्टेशन आने से पहले जब वह यात्री गेट के पास अपना सामान रख लेते हैं तो अपने को बीएसएफ का जवान बताकर बातचीत में उलझा लेते थे।
इसी दौरान मेरे अन्य साथी भी उस यात्री को घेरकर खड़े हो जाते हैं और जैसे ही उस यात्री का ध्यान उसके सामान से हट जाता है।

उसी दौरान आरोपी मीनू जो कि बैगो का चेन/ताला ताड़ने में माहिर है, उनके बैगों की चैन को पिन की मदद से खोलकर/तोड़कर चैक करता हैं। यदि कोई कीमती सामान/सोने चादी के आभूषण, नगदी आदि सामान मिलता है तो चोरी कर लेते हैं और चैन को बन्द कर देते हैं। चोरी किये गये कीमती सामान को बराबर आपस में बांट लेते हैं।

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