आगरा। हमारे हाथों में न जाने कितनी अनदेखी गंदगी छिपी होती है, जो किसी भी वस्तु को छूने, उसका उपयोग करने के कारण होती है। यह गंदगी बगैर हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से शरीर में जाती है साथ ही बीमारियों को जन्म देती है। बुधवार को जनपद में हाथ धोने के सही तरीके बताने को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
खंदौली ब्लॉक के जवाहर इंटर कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ द्वारा छात्र-छात्राओं को हैंडवॉश के बारे में बताया गया। यूनिसेफ की बीएमसी सपना उपाध्याय ने छात्र-छात्राओं को हाथ धोने के 11 स्टेप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को हाथ धोने के स्टेप करके दिखाए। इसके साथ ही बच्चों से भी हाथ धुलवाए गए। उन्होंने इस मौके पर विश्व हाथ धुलाई दिवस (15 अक्टूबर) के बारे में जानकारी देते हुए बच्चों को हाथ न धोने की वजह से होने वाली बीमारियों के बारे में अवगत कराया।
नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज प्रथम के अंतर्गत प्रकाश नगर में सामुदायिक स्तर पर हाथ धोने को लेकर लोगों को जागरुक किया गया। इसमें प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरिज शेरवानी के नेतृत्व में यूनिसेफ शायना परवीन ने आशा कार्यकर्ताओं को हाथ धोने की प्रक्रिया समझाई। उन्होंने सुमन-के फार्मूला के आधार पर हाथ धोने के बारे में बताया। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ताओं को सामुदायिक स्तर पर लोगों को हाथ धोने के बारे में बताने के लिए भी कहा।
डॉ. आरिज शेरवानी ने बताया कि बच्चों में खाना खाने से पहले, खाना खाने के बाद, टॉयलेट से निकलने पर अच्छी तरह हाथ धोने की सलाह देने के साथ हाथ धोने की एक अच्छी आदत डलवाना चाहिए। बच्चों को यह भी बताना चाहिए हाथ धोते समय अच्छी तरह से झाग बन जाए। इसी दौरान हाथों को दोनों ओर से नाखूनों और उंगलियों के बीच में भी अच्छी तरह साफ करें। साफ करने के बाद पानी से अच्छी तरह से हाथ धोएं और हाथों को हवा में सुखाएं। यह अच्छी आदत आपके बच्चों को हाथ धोने की वजह से होने वाली बीमारियों जैसे फ्लू या निमोनिया, डायरिया, स्वाइन फ्लू, सर्दी-जुखाम, उल्टी -दस्त, पेट की बीमारियां, गले में संक्रमण, श्वास नली में संक्रमण हर प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाता है और स्वस्थ रहकर बीमारियों से बचा जा सकता है।