Home » एक छत के नीचे सिमटी नजर आई विश्व के जूता उद्योग की दुनियां, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल वर्चुअली जुड़े

एक छत के नीचे सिमटी नजर आई विश्व के जूता उद्योग की दुनियां, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल वर्चुअली जुड़े

by admin

आगरा। फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपाेर्टर्स चेंबर (एफमेक) द्वारा आयोजित मीट एट आगरा मीट की शुरुआत आगरा ट्रेड सेंटर सींगना में हो चुकी है। केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर, महासचिव राजीव वासन, कैप्टन एएस राना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल वर्चुअल माध्यम से आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने जूता कारोबारियों को संबोधित करते हुए आगरा के जूता उद्योग की विश्व में पहचान को लेकर सरहना की।

45 देशों के प्रोडक्ट्स का हुआ प्रदर्शन

मीट एट आगरा आयोजन में भारत सहित 45 देशों के प्रदर्शक 225 स्टालों के माध्यम से अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे है। इसमें ब्राजील, अर्जेनटिना, स्पेन, जर्मनी, फ्रांस, ताइवान, चीन आदि सम्मिलित हैं। आयोजन का आरंभ शहर में वर्ष 2007 में हुआ था। पहला फेयर होटल जेपी पैलेस में लगा था, जिसमें आगरा सहित चेन्नई, नोएडा के प्रदर्शकों ने प्रतिभाग किया था। इसके बाद वर्ष 2014 में विदेशी तकनीक से रूबरू होने का अवसर मिला और विदेशी प्रदर्शकों के स्टाल लगे। कलाकृति, तारघर मैदान से होता हुआ फेयर आगरा ट्रेड सेंटर पहुंच गया है।

दिल्ली-चेन्नई में भी लगता है शू फेयर

दिल्ली और चेन्नई में भी शू फेयर का आयोजन होता है। चेन्नई का फेयर बड़ा है और ये 31 जनवरी से चार फरवरी तक हर वर्ष लगता है। दिल्ली में इस वर्ष आयोजन नहीं हो सका था। इसके साथ ही इटली, हांगकांग और चीन में इस तरह के फेयर होते हैं। इटली फेयर की तर्ज पर आगरा का फेयर लग रहा है। वहां 500 से एक हजार तक स्टाल लगते हैं। जल्द ही हम उससे बेहतर लगाएंगे।

Meet At Agra का ऐसे बढ़ा सफर

एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि कारोबार ने निरंतर प्रगति की है। अब हम जूता बनाने के साथ ही कंपोनेंट, मशीनरी आदि क्षेत्र में भी बेहतर काम कर रहे हैं। पहली मीट एट आगरा के समय हम 1200 करोड़ का कारोबार करते थे। जो अब पांच हजार करोड़ रुपये वार्षिक पहुंच चुका है। आगरा में पांच हजार छोटी, बड़ी जूता इकाईयां हैं।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एफमेक को मीट एट आगरा लेदर फुटवियर कंपोनेंट एण्ड टेक्नोलॉजी फेयर को ताजनगरी में लगाने की शुभकामनाएं देते हुए प्रो. बघेल के प्रयासों को सराहा। सात हजार इकाई आगरा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जुड़ी हुई है। इंडस्ट्रीज के लोग हजारों लोगों को रोजगार देने के लिए कार्य प्रयासों को सराहा।

विश्व के 13 फीसदी चमड़े का उत्पादन भारत में होता है। विश्व में दूसरे नम्बर पर फुटवियर का उत्पादन भारत में होता है। बड़े बड़े ब्रांड के जूते भारत में बनते है। इंडस्ट्रीज के लोग इस क्षेत्र में कार्य करेंगे। एनआईडी अगर इसमें कुछ सहयोग कर पाए तो इसके प्रयास भी किये जायेंगे। नॉन लेदर फुटवियर के शूज बनाने होंगे। आगरा में छोटे स्तर पर कलस्टर बनाने की प्रयास होंगे।

फेयर में विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने एफमेक को इस फेयर को लगाने के लिए शुभकामनाएं दी। बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार उद्यमियों के साथ है और केंद्र के साथ साथ प्रदेश सरकार भी उद्योग के लिए फिक्रमंद है। सरकार ने एक जनपद एक उत्पाद के रूप में ताजनगरी को लेदर उद्योग के लिए चयन किया है।

इनको इनको मिला अवार्ड

फुटवियर श्रेणी में उत्कृष्टता

• गोपाल गुप्ता, गुप्ता एचसी ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड
• गौतम मेहरा, लाइनर्स शूज़
• सौरभ लांबा, लांबा फुटवियर इंडस्ट्रीज
• कुलवीर सिंह, रोजर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड

कम्पोनेंट्स श्रेणी में उत्कृष्टता

• गौतम मोहन एवं गौतम मोहन वर्सटाइल ऑपरेशन्स
• कपिल पलवर, डीएसएम सोल
• मयंक अग्रवाल, रूपमाया प्रा. लि.
• अनिल मगन श्रॉफ सेल्स कारपोरेशन

कल तकनीकी सत्र में दिग्गज देंगे व्याख्यान

तीन दिवसीय फेयर के दूसरे दिन 8 अक्टूबर को तकनीकी सत्र आयोजित होगा जिसमें भारत व दुनिया के अन्य देशों से आए इंडस्ट्री के दिग्गज अपने अनुभव साझा करेंगे। वहीं कॉलेजों के छात्रों को इंडस्ट्री एक्स्पोजर भी मिलेगा जिससे युवाओं में उद्यमिता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। इस वर्ष फेयर में लगभग 20,000 से अधिक एक्जीबिटर्स के शामिल होने की संभावना है।

इस मौके पर एफमेक महासचिव राजीव वासन, एफमेक कन्वीनर कैप्टन एएस राना, सचिव ललित अरोड़ा, प्रदीप वासन, जीतेन्द्र त्रिलोकानी, सुधीर गुप्ता, चंद्र शेखर जीपीआई आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Comment