आगरा। मंगलवार को वाइल्डलाइफ एसओएस और वन विभाग की टीम ने मिलकर शहर के कई मन्दिरों पर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया। इस छापामार कार्यवाही के दौरान टीम के निशाने पर मंदिर नही बल्कि मंदिर के बाहर बैठने वाले सपेरे रहे। टीम ने इन सपेरों से करीब पांच दर्जन सांपो को मुक्त कराया।
वाइल्डलाइफ एसओएस और वन विभाग की टीम ने पूरे दिन भर में शहर के पांच प्रमुख मंदिरों पर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया था। पूरे दिन की गई छापेमारी मे टीम ने पांच सपेरों से 53 सांप बरामद किए। जिसमें 43 कोबरा, 2 रैट स्नेक, 8 सैंड बोआ थे। वाइल्डलाइफ एसओएस टीम सभी सांपो को कीठम ले गयी जहाँ उनका उपचार किया जाएगा।
टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि मुक्त कराये गए सभी कोबरा सांप के विष दांत सपेरों द्वारा बेरहमी से तोड़ दिए गए हैं जिसके बाद वह इन सांपो को दिखा कर आस्था के नाम पर पैसा ऐंठते है। 1 सैंड बोआ के मुँह को सिला हुआ पाया गया था जिसके मुँह से टांके काट कर अभी उसे उपचार के लिए रखा गया है।
वाइल्डलाइफ एसओएस ने गैर कानूनी कार्य बताया है और लोगों से अपील की है कि इसे आस्था से न जोड़े। क्योंकि इस आस्था के नाम पर ना जाने कितने सांपो की हर साल मृत्यु हो जाती है।