आगरा। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही इसका प्रभाव तमाम योजनाओं पर देखने को मिला लेकिन सरकार के इस प्रभाव से इस बार ताज महोत्सव भी अछुता नजर नहीं आ रहा है। आगरा में होने वाले ताज महोत्सव का आगाज पहली बार भगवान राम के नाम से होगा। ताज महोत्सव के शुभारम्भ पर राम नाम पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन किया जायेगा। 18 से 27 फरवरी तक शिल्पग्राम में आयोजित होने वाले ताज महोत्सव के उद्घाटन के लिए आयोजन समिति ने गवर्नर राम नाईक और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया है। ताज महोत्सव के लिये शिल्पग्राम में तैयारियाँ भी जोर शोर से शुरू हो गई है।
ताज महोत्सव का पूरा शेडयूल
ताज महोत्सव आयोजन समिति ने 18 फरवरी को उद्घाटन के मौके पर श्रीराम भारती कला केंद्र द्वारा भगवान राम पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन तय किया है तो वहीं 19 फरवरी को लोक गायिका मालिनी अवस्थी का प्रोग्राम होगा। 20 फरवरी को बालीवुड नाइट है। 21 फरवरी को कव्वाली गायक असलम साबरी, 22 फरवरी को पुणे का ब्लैक एंड व्हाइट ग्रुप पुराने गीतों पर आधारित प्रोग्राम पेश करेगा। 23 फरवरी को मुशायरा व 24 फरवरी को कवि सम्मेलन होगा। 25 से 27 फरवरी तक बालीवुड कलाकार बुलाए गए हैं तो वहीं कुछ प्रोग्राम सूरसदन और पालीवाल पार्क में भी होंगे ।
पर्यटन उप निदेशक दिनेश कुमार ने बताया कि ताज महोत्सव आयोजन समिति ने प्रदेश के गवर्नर राम नाईक व CM योगी आदित्यनाथ को महोत्सव के उद्घाटन के लिए आमंत्रण लेटर भेजा है।
ताज महोत्सव का ये 27वाँ आयोजन है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि महोत्सव की शुरूअात श्रीराम के मंचन के साथ होने जा रही है जिसको लेकर सूबे में सियासत भी गर्मा रही है। जहाँ भाजपा श्रीराम के नाम से ताज महोत्सव की शुरूआत को शुभ बता रही है तो वहीं सपा इसकी घोर निंदा कर रही है। सपा शहर अध्यक्ष वाजिद निसार का कहना है कि ताज महल दुनिया के सात अजूबों में से एक है। इस पर राजनीति नही होनी चाहिये जिसकी हम निंदा करते हैं। भाजपा के कुछ नेता इस तरह का काम करके पूरी दुनिया में ताजमहल पर माहौल खराब करना चाहते हैं।
वहीं भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे ने कहा कि विपक्षियों का काम है शोर मचाना। हम सभी सनातन धर्म में जन्मे हैं तो ये शुभ बात है कि ताज महोत्सव की शुरआत श्री राम के नाम से हो रही है। ये काम विपक्ष को 15 साल पहले करना था जो नहीं किया। अब हम इसकी शुरुआत कर रहे हैं।